नई दिल्ली। भारत में टेलीग्राम एप बैन हो सकता है। बीते दिनों ही फ्रांस के पेरिस एयरपोर्ट पर टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ पावेल ड्यूरोव को गिरफ्तार कर लिया गया था। पावेल ड्यूरोव पर आरोप लगाया गया है कि टेलीग्राम का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग्स की तस्करी जैसे गंभीर अपराधों में किया जाता है। भारत में भी कई बार टेलीग्राम पर सवाल खड़े हुए हैं। अपराधी टेलीग्राम प्लेटफॉर्म के जरिए कई तरह के जुर्म में शामिल पाए गए हैं। टेलीग्राम को पावेल ड्यूरोव ने वाट्सएप के मुकाबले तैयार किया। टेलीग्राम के भी करोड़ों यूजर्स हैं।
मीडिया की खबरों के मुताबिक पावेल ड्यूरोव को फ्रांस में गिरफ्तार किए जाने के बाद मोदी सरकार के सूचना और आईटी मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से टेलीग्राम के बारे में जानकारी मांगी है। बताया जा रहा है कि आईटी मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से जानना चाहा है कि टेलीग्राम एप ने भारत में कोई उल्लंघन किया है या नहीं। टेलीग्राम जबसे आया, इसे भारत में भी तमाम लोग इस्तेमाल करने लगे। इनमें कई बार जरायम से जुड़े लोगों के बीच भी मैसेजिंग का पता चला। पेपर लीक के मामलों से लेकर गैंगस्टर्स के बीच बातचीत में भी टेलीग्राम का इस्तेमाल होने का खुलासा हुआ। यहां तक कि स्टॉक प्राइस रिगिंग रैकेट चलाने और धोखाधड़ी कर लाखों की चपत लोगों को लगाने में भी टेलीग्राम एप के इस्तेमाल की बात सामने आई। हाल ही में नीट-यूजी की परीक्षा के पेपर लीक होने के मसले में भी टेलीग्राम एप का नाम आया था।
अब गृह मंत्रालय की तरफ से आईटी मंत्रालय को निश्चित तौर पर ये सभी जानकारियां भेजी जाएंगी। ऐसे में टेलीग्राम एप भारत में बंद किया जा सकता है। वाट्सएप की तरह ही टेलीग्राम एप में आपसी बातचीत या अन्य काम की जानकारी इसे इस्तेमाल करने वालों के अलावा किसी को पता नहीं चल सकती। किसी भी मसले पर जानकारी के लिए सरकारों को टेलीग्राम एप चलाने वाली कंपनी को लिखना होता है। कंपनी अगर न चाहे, तो सरकारों से जानकारी साझा भी नहीं कर सकती।