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What is Bhashini : क्या है PM मोदी की ये AI स्पीच टेक्नोलॉजी ? जिसने हिंदी को किया तमिल में ट्रांसलेट…

भाषण के बीच में भी एक बार उन्होंने फिर जनता से ईयरफोन लगाने की पुष्टि की थी । प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मेरा पहला अनुभव है । मैं इसका भविष्य में भी इस्तेमाल करूंगा । आपको मुझे प्रतिक्रिया देनी होगी ।

पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों में मॉर्डन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर देने का आग्रह करते हैं । मन की बात में भी वो युवाओं से इनोवेशन पर फोकस करते हुए नेक्स्ट जैन टेक्नोलॉजी टूल्स डेवेलप करने का आवाह्न कर चुके हैं । अब जमाना Advance एआई टूल्स का है तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी रविवार को एक नए एआई टूल का इस्तेमाल किया । काशी दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने पहली बार अपने भाषण के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को यूज किया । अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने काशी तमिल संगमम कार्यक्रम की शुरूआत की थी । इस दौरान उन्होंने ट्रांसलेशन सिस्टम भाषिणी के जरिए सभा में पहुंचे तमिल लोगों से सीधा संवाद किया । अपना भाषण शुरू करने से पहले पीएम मोदी ने तमिल जनता से ईयरफोन लगाने का अनुरोध किया था । भाषण के बीच में भी एक बार उन्होंने फिर जनता से ईयरफोन लगाने की पुष्टि की थी । प्रधानमंत्री ने कहा कि ये मेरा पहला अनुभव है । मैं इसका भविष्य में भी इस्तेमाल करूंगा । आपको मुझे प्रतिक्रिया देनी होगी । मैं हिंदी में बात करूंगा और ये तमिल में जवाब देने में मेरी मदद करेगा । पीएम मोदी की इस एआई वाली स्पीच के बाद से ही भाषिणी को लेकर लोग काफी कुछ सर्च करने लगे कि आखिर ये एआई टूल क्या है और कैसे काम करता है ? तो चलिए यही जानते हैं । असल में, भाषिणी एक AI आधारित ट्रांसलेशन यानि अनुवाद करने वाला सिस्टम है । जिसके जरिए कोई शख्स अपनी भाषा में बात कर सकता है, लेकिन सुनने वाला इसे भारत की दूसरी भाषाओं में समझ सकता है । ये एंड्रॉयड और IOS प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद है । इस ऐप में भाषादान नाम की भी सुविधा दी गई है जिसके जरिए इसे इस्तेमाल करने वाला शख्स भी सिस्टम में अपनी भूमिका निभा सकता है । देशवासियों तक इंटरनेट की पहुंच को आसान बनाने के मकसद से भाषिणी को पेश किया गया । भाषिणी के साथ तमाम भारतीय भाषाओं में डिजिटल सर्विस को आसान बनाया जा रहा है ।