भारतीय काल गणना का लोहा हमेशा से दुनिया ने माना है । वैदिक खगोल विज्ञान पर आधारित हमारी कालगणना से दुनियाभर के कई वैज्ञानिकों ने अलग अलग शोध भी किए हैं । सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण कब है ? सूर्योदय या सूर्यास्त का समय क्या होगा ? अच्छा मुहूर्त कब है ? ऐसी ही कई सटीक जानकारियों के लिए महाकाल की नगरी उज्जैन में एक वैदिक घड़ी लगाई जा रही है । प्रधानमंत्री मोदी 1 मार्च को इस घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण करेंगे । ये दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल वॉच होगी, जो इंडियन स्टैंडर्ड टाइम और ग्रीनविच मीन टाइम तो बताएगी ही साथ ही पंचांग और मुहूर्त की भी जानकारी देगी । उज्जैन में जीवाजी वैधशाला के पास जंतर-मंतर पर 85 फीट ऊंचा टावर बनाया गया है । इस पर 10 बाय 12 की वैदिक घड़ी लगाई जाएगी । विक्रम शोध पीठ के निदेशक के मुताबिक, ये दुनिया की पहली घड़ी होगी, जिसमें भारतीय काल गणना को दर्शाया जाएगा । आपको बता दूं कि उज्जैन को काल गणना यानि टाइम कैलकुलेशन का केंद्र माना जाता है । उज्जैन से होकर कर्क रेखा यानि ट्रॉपिक ऑफ कैंसर भी गुजरती है । MP के CM डॉ मोहन यादव उज्जैन को टाइम कैलकुलेशन का सेंटर बनाना चाहते हैं । उन्होंने 22 दिसंबर 2023 को विधानसभा सत्र के दौरान कहा था कि ‘प्रदेश सरकार प्राइम मेरिडियन यानि पीएम को इंग्लैंड के ग्रीनविच से उज्जैन तक ट्रांसफर करने के लिए काम करेगी । इसके लिए उज्जैन की वेधशाला में रिसर्च करेंगे’ एक कमाल का तथ्य ये भी है कि आज से 300 साल पहले तक उज्जैन से ही दुनियाभर का स्टैंडर्ड टाइम निर्धारित किया जाता था । देश की पहली वेधशाला जिसे जीवाजी वेधशाला के नाम से जाना जाता है उसे राजा जयसिंह द्वितीय ने सन 1729 में उज्जैन में बनवाया था । यहां समय देखने के लिए सन क्लॉक बनाई गई । इससे उज्जैन समेत देश भर के शहरों के समय की गणना की जा सकती है । उज्जैन में जो वैदिक घड़ी लगने वाली है वो इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम यानि GPS से जुड़ी होगी । इसमें IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत की भी जानकारी मिलेगी । सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, भद्रा, योग, चंद्रमा की स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण की जानकारी भी ये घड़ी देगी । इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल इसके अलावा मौसम से जुड़ी भी तमाम जानकारियां मिल सकेंगी । घड़ी में हर घंटे बाद बैकग्राउंड की तस्वीर बदल जाएगी । द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, राशि चक्र, नवग्रह के साथ साथ दूसरे धार्मिक स्थल भी दिखाई देंगे । देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण के नजारे भी इसमें दिखेंगे । वैदिक घड़ी से जुड़ा मोबाइल ऐप भी लॉन्च होगा जिसका नाम विक्रमादित्य वैदिक घड़ी होगा । वैदिक घड़ी के सभी फीचर इस ऐप में मिलेंगे । उज्जैन में लगने वाली घड़ी में जो बदलाव होंगे, वो इस ऐप में भी नजर आएंगे । आप इसे मैन्युअली भी ऑपरेट कर सकेंगे ।