नई दिल्ली टाइटैनिक के विलुप्त हुए मलबे की खोज में गहराईयों के 13,000 फुट नीचे चली गई “टाइटन पनडुब्बी” नामक सबमरीन में सभी 5 यात्रियों की मौत हो गई है। इस दुःखद घटना ने व्यापारी और ओशनगेट कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश सहित अरबपति उद्यमी और पाकिस्तानी मूल के शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद की जान ले ली।
इस हादसे में प्रख्यात खोजी पॉल हेनरी नार्जियालेट और हामिश हार्डिंग के भी निधन हो गए। जांच के अनुसार पनडुब्बी में एक विस्फोट हुआ, जिसके बाद यह हादसा घटा। इस हादसे के बाद टाइटैनिक टूरिज्म पर भी सवाल उठ रहे हैं। पनडुब्बी के मलबे की खोज को बरामद करने के लिए कनाडा के जहाज पर एक रोबोट का उपयोग किया गया है। ओशनगेट कंपनी ने मृतकों के परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त की है। मलबे की खोज के लिए समुद्र में विभाजित 5 हिस्सों में खोज जारी जारी है। इस दुखद घटना के बाद यह सवाल उठ रहा है कि टाइटैनिक मलबे की खोज के लिए इतनी गहराईयों तक जाने का कारण क्या था।
समुद्र की गहराई में लाश छोड़ने वाली टूरिज्म गतिविधियों के प्रति विशेषज्ञों की चिंता दिख रही है। पनडुब्बी के मलबे को निकालने के लिए विभिन्न उड़ानों में शामिल होने वाले 16 विमानों में से एक मॉडर्न C-130 हरक्यूलस और P-8 शामिल थे। इस दौरान पनडुब्बी का मलबा दिखाई दिया गया, जिसे अब उबारने का प्रयास किया जा रहा है।