
मॉस्को। पीएम नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा सफल रही है। पीएम मोदी 8 जुलाई को रूस पहुंचे थे। 9 जुलाई को मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच शिखर बैठक हुई। इस बैठक के बाद दोनों देशों ने 9 अहम समझौतों पर दस्तखत किए। इसके अलावा मोदी से बातचीत के बाद पुतिन ने रूस की सेना में धोखे से या जबरन भर्ती किए गए भारतीय युवकों को रिलीज करने का भी अहम फैसला किया। इससे इन भारतीय युवकों के परिवारों को बहुत राहत मिली है।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया को बताया कि मोदी और पुतिन के बीच बातचीत में ऊर्जा और खाद की सप्लाई पर फोकस रहा। रूस से भारत को खाद्य पदार्थ और खाद की मात्रा बढ़ाने का समझौता हुआ है। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा, कच्चे तेल के शोधन और पेट्रोकेमिकल सहित ऊर्जा के कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भारत और रूस सहमत हुए हैं। भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार में गैर टैरिफ बाधाओं को खत्म करने संबंधी समझौता हुआ है। इसके अलावा भारत और रूस अपनी मुद्रा के जरिए द्विपक्षीय निपटान प्रणाली विकसित करेंगे। अन्य समझौतों में उत्तर-दक्षिण अंतरराष्ट्रीय परिवहन गलियारा, उत्तरी समुद्री मार्ग और चेन्नई से व्लादिवोस्तोक समुद्री आवागमन को मंजूरी मिली है।
भारत और रूस के बीच समझौता हुआ है कि दोनों बुनियादी ढांचे के विकास, इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल और जहाज बनाने, परिवहन और अंतरिक्ष के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा विज्ञान और अनुसंधान, डिजिटल अर्थव्यवस्था, शैक्षिक आदान-प्रदान और उच्च तकनीकी वाली कंपनियों के कर्मचारियों को इंटर्नशिप का मौका देने का भी समझौता हुआ है। दवा और इलाज के लिए उन्नत उपकरण विकसित करने और उनकी आपूर्ति में सहयोग को बढ़ावा देने का भी समझौता भारत और रूस में हुआ है। इसके अलावा विज्ञान, शिक्षा, तकनीकी, संस्कृति, खेल, पर्यटन और स्वास्थ्य की देखभाल संबंधी समझौता भी दोनों देशों ने किया है। पीएम मोदी के दौरे की बहुत अहम बात ये भी रही कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से एक बार फिर साफ कहा कि यूक्रेन का मसला युद्ध से हल होने वाला नहीं है। मोदी ने ये भी पुतिन से कहा कि युद्ध में बेगुनाह बच्चों की मौत बहुत पीड़ा देती है। उन्होंने एक बार फिर बातचीत के जरिए यूक्रेन मसले का हल निकालने पर जोर दिया।