
तेहरान। ईरान और इजरायल के बीच जंग लगातार तेज हो रही है। ईरान और इजरायल एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। इजरायल ने जंग के पहले ही दिन ईरान के सभी टॉप सैनिक कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों को मार गिराया था। अब इजरायल ने ईरान की सेना के नए सीडीएस बनाए गए अली शादमानी को भी मारने का दावा किया है। इसके साथ ही ईरान ने अब अपने टॉप के सैन्य कमांडरों के लिए ताजा प्रतिबंध वाला आदेश जारी किया है। ईरान ने सेना के टॉप कमांडरों से कहा है कि वे मोबाइल फोन साथ न रखें और इसका इस्तेमाल बंद कर दें।

दरअसल, ऐसी चर्चा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से ईरान की सेना के टॉप कमांडरों के मोबाइल फोन की लोकेशन लगातार ट्रैक कर रही है। कहा जा रहा है कि ईरान के खिलाफ जंग के पहले दिन मोबाइल फोन ट्रैकिंग कर ही मोसाद ने इजरायल की सेना को ईरान के टॉप कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की लोकेशन दी थी। जिसके बाद इजरायल की सेना ने हमला कर उनकी जान ली। अब ईरान की नई सेना के सीडीएस अली शादमानी पर हमले के बाद इजरायल की वायुसेना ने दावा किया है कि उनकी सटीक लोकेशन मिलने के बाद ही तेहरान की एक बिल्डिंग पर हमला कर शादमानी को मौत की नींद सुलाया गया।
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू का आरोप है कि ईरान परमाणु बम बनाने के करीब है। नेतनयाहू ने ये गंभीर आरोप भी लगाया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी ईरान हत्या करना चाहता है। इन आरोपों को आधार बनाकर नेतनयाहू ने इजरायल की सेना को ईरान पर हमले करने का आदेश दिया। वहीं, ईरान का आरोप है कि अमेरिका से परमाणु समझौते पर जारी बातचीत को पटरी से उतारने के लिए ही इजरायल ने हमला किया है। ईरान लगातार कह रहा है कि वो नहीं झुकने वाला और इजरायल को मटियामेट करके ही उसकी सेना दम लेगी। नतीजे में ईरान जहां मिसाइलें दाग रहा है। वहीं, इजरायल विमानों से भीषण बमबारी कर रहा है।