अबु धाबी। बॉलीवुड के खिलाड़ी कहे जाने वाले अक्षय कुमार ने शनिवार को अबु धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर में भगवान स्वामीनारायण के दर्शन किए। उनके साथ मशहूर फिल्म निर्माता वाशु भगनानी और एक नामचीन कारोबारी भी थे। अक्षय कुमार सुबह करीब 8 बजे मंदिर पहुंचे। वहां बीएपीएस मंदिर के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहारी दास ने उनका स्वागत माला पहनाकर किया। अक्षय कुमार, भगनानी वगैरा ने मंदिर के इतिहास में काफी रुचि दिखाई। उनको रिवर्स ऑफ हार्मोनी नाम की प्रदर्शनी भी दिखाई गई। इस प्रदर्शनी में बीएपीएस मंदिर के मूल के बारे में बताया गया है। प्रमुख स्वामी महाराज ने 1997 में शांति के लिए प्रार्थना के जरिए इस मंदिर को बनाने का सपना देखा था।
बीएपीएस हिंदू मंदिर को फरवरी 2024 में आम जनता के लिए खोला जाएगा। इससे विश्व शांति के लिए समग्र प्रार्थना का भी जवाब मिलेगा। प्रदर्शनी को देखने के बाद अक्षय कुमार और उनके साथ आए लोगों ने मंदिर प्रबंधन के निदेशकों और वॉलेंटियर्स से भी मुलाकात की। स्वामी ब्रह्मविहारी दास ने इस मौके पर कहा कि फिल्म की तरह ही अबु धाबी के बीएपीएस मंदिर की स्क्रिप्ट स्वर्ग में लिखी गई और उसे धरती पर मूर्त रूप दिया गया। इस मौके पर मौजूद लोग काफी उत्साहित दिख रहे थे। इसके बाद अक्षय कुमार और उनके साथ के लोगों ने मंदिर बनाने के लिए ईंट रखी और पूजा की। इस मौके पर 40000 अन्य लोगों ने भी मंदिर निर्माण के लिए ईंट रखी।
अक्षय कुमार ने इस मौके पर कहा कि प्रेम से बड़े पहाड़ों को भी खिसकाया जा सकता है। अक्षय कुमार और उनके साथ आए लोगों ने मंदिर निर्माण के दौरान ही यहां सकारात्मक ऊर्जा होने की बात भी कही। स्वामी ब्रह्मविहारी दास ने सभी को मंदिर दिखाया और बताया कि इसे राजस्थान के गुलाबी पत्थर और इटली के संगमरमर से बनाया जा रहा है। सभी लोगों को उस जगह भी ले जाया गया, जहां प्राचीन सभ्यता के 14 अंतरराष्ट्रीय स्थलों के बारे में जानकारी दी गई है। स्वामी ने यहां लोगों को अफ्रीका की बाबेंबा जनजाति के बारे में भी बताया। जो उबंतू यानी सभी के प्रति मानवता को दर्शाने वाला काम करते हैं। बाबेंबा जनजाति में अगर कोई भई अपराध करता है, तो दो दिन तक उसे घेरे रखते हैं। उस दौरान उसे उसके पूर्व के अच्छे कामों के बारे में बताया जाता है। अक्षय कुमार ने इस बारे में जानकर खुशी जताई। आम तौर पर अबु धाबी के बीएपीएस मंदिर में 40 मिनट का टूर होता है, लेकिन अक्षय कुमार और अन्य लोगों ने यहां 2 घंटे का वक्त बिताया। अक्षय और स्वामी ब्रह्मविहारी दास ने यूएई के राष्ट्रपति शेखर मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान का शुक्रिया भी अदा किया। साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से मिल रहे समर्थन की भी सराहना की।