
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में हराने के लिए अमेरिका ने साजिश रची थी। अमेरिका के विदेश विभाग के पूर्व अधिकारी माइक बेंज ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। बेंज ने दावा किया कि विपक्षी आंदोलनों को वित्तीय सहायता, मीडिया प्रभाव और सोशल मीडिया सेंसरशिप के जरिए अमेरिका ने भारत की राजनीति को प्रभावित करने का प्रयास किया। इतना ही नहीं अमेरिका समर्थित कुछ एजेंसियों ने भारत सरकार को अस्थिर करने और यहां अपने अनुरूप ऐसी सरकार बनाने की कोशिश की जो उनके पक्ष में हो। भारत के अलावा अमेरिका ने बांग्लादेश की राजनीति में भी हस्तक्षेप किया।
I foretold all of this in a prophecy to India long ago 🔮 https://t.co/oi8dqrZQma pic.twitter.com/9bJx2t7BGK
— Mike Benz (@MikeBenzCyber) February 11, 2025
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक बेंज ने बताया कि भारत में 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अमेरिका ने दखलंदाजी का प्रयास किया। वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया कंपनियों पर मोदी समर्थकों के कंटेंट को फॉरवर्ड होने से रोकने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा इन कंपनियों पर दबाव भी बनाया गया था। इसी कारण से 2019 में वॉट्सऐप के मैसेज फॉरवर्डिंग की लिमिट को कम कर दिया गया था। नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ चुनावी नैरेटिव भी तैयार किया गया।
आपको बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी 10 फरवरी को संसद में यह मुद्दा उठाया था कि अमेरिकी एजेंसी यूएसएआईडी ने भारत विरोधी कामों के लिए कई अन्य संस्थाओं को फंडिंग की है। अब माइक बेंज के दावे से बीजेपी के इन आरोपों में सच्चाई होने की काफी हद तक पुष्टि हुई है। वहीं माइक बेंच ने बांग्लादेश का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका समर्थिक एजेंसी के द्वारा बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करने के लिए भी साजिश रची गई थी। बांग्लादेश में सांस्कृतिक तनावों का उपयोग कर विभाजन पैदा किया गया और उसके बाद तख्तापलट के लिए लोगों को उकसाने का भी काम किया गया।