
नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भारत साफ लफ्जों में खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देने वाले कनाडा को समझा चुका है लेकिन अब भारत के समर्थन में कई देश और आ गए हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुले मंच पर भारत का समर्थन किया है और कनाडा को खरी-खोटी सुनाई है। बता दें कि दोनों देशों की बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद से कनाडा लगातार भारत पर गलत आरोप लगा रहा है, हालांकि भारत ने हर आरोप का कड़ा जवाब दिया है।
Russian President Vladimir Putin says, “They are trying to cast everyone who is not ready to blindly follow these Western elites as the enemy… At a certain point in time, they tried to do the same with India. Now they are flirting, of course. We all understand this very well.… pic.twitter.com/B7ocGe16sF
— ANI (@ANI) October 5, 2023
भारत और रूस को अलग करना मुश्किल
अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कनाडा को खरी-खोटी सुनाई है। पुतिन ने पूर्व नाजी सैनिक का संसद में सम्मान करने को लेकर कनाडा को घेरा। उन्होंने कहा कि एक बार को मान लीजिए कि वो नाजी सैनिक को नहीं चाहते थे लेकिन अगर वाकई ऐसा था तो हिटलर और उसके साथियों ने युद्ध के दौरान रूस के खिलाफ लड़ाई क्यों लड़ी थी। इसका मतलब साफ है कि वो मुर्ख हैं और कभी स्कूल नहीं गए। सभी ने मिलकर नाजी सैनिक की तारीफ और खड़े होकर तालियां भी बजाई..ये घिनौना है।इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत में जी-20 की सफल अध्यक्षता की, जोकि काबिल-ए-तारीफ है।भारत इसमें सफल रहा क्योंकि उसने जी-20 एजेंडे का राजनीतिकरण नहीं किया और न ही होने दिया। भारत एक स्वतंत्र देश है और दोनों देशों को अलग करने की कोशिशें बेकार हैं
संसद में किया सम्मान
बता दें कि कनाडा ने पूर्व नाजी सैनिक का संसद में सम्मान किया है और उनके आने पर तालियां भी बजाई थी। इतना ही नहीं उसे सबसे बहादुर बताया था। गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध में पूर्व नाजी सैनिक ने एडोल्फ हिटलर की तरफ से यूक्रेन के साथ मिलकर रूस के खिलाफ हथियार उठाए थे।