नई दिल्ली। पड़ोसी देश श्रीलंका में बीते कई दिनों से आर्थिक संकट, आपातकाल और राजनीतिक उथल-पुथल चल रही थी। वहां का आम इंसान दैनिक जीवन की सभी जरूरतों से नदारत है। इन सब के बीच अब वहां रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री के रूप शपथ लेने वाले हैं। इस संबंध में श्रीलंका गोटाबाया राजपक्षे ने कहा है कि यूएनपी के नेता विक्रमसिंघे आज लगभग 6 बजे शपथ लेंगे। इसके बाद विक्रमसिंघे कोलंबो के एक मंदिर में जाएंगे। जिसके बाद वे प्रधानमंत्री के रुप में अपनी जिम्मेदारियों को सभांलेंगे।
इसमें हिंदुस्तान के लिए भी एक अच्छी खबर है, क्योंकि श्रीलंका के पूर्व पीएम महिंद्रा राजपक्षे चीन समर्थक थे। इसके विपरीत रानिल विक्रमसिंघे के पहले से ही भारत के साथ अच्छे संबंध हैं। अब विदेश मामलों के जानकार ये कयास लगा रहे हैं कि विक्रमसिंघे के पीएम बनने के बाद श्रीलंका और भारत के रिश्तों में ज्यादा मधुरता आएगी। आपको बता दें कि श्रीलंका में बने दयनीय हालातों के बीच प्रधानमंत्री महिंदा राक्षपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब उनकी जगह पूर्व प्रधानमंत्री व यूएनपी नेता विक्रमसिंघे पीएम बनेंगे। रानिल विक्रमसिंघे पहले ही श्रीलंका में 5 बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
My best wishes to the newly appointed PM of #LKA, @RW_UNP, who stepped up to take on the challenging task of steering our country through a very turbulent time. I look forward to working together with him to make Sri Lanka ?? strong again. pic.twitter.com/ysIZGH3wfA
— Gotabaya Rajapaksa (@GotabayaR) May 12, 2022
बता दें कि विक्रमसिंघे एक गंभीर वित्तीय संकट के बाद के बाद श्रीलंका के अगले प्रधान मंत्री नियुक्त होने वाले हैं। इसके लिए राष्ट्रपति गोटभाया राजपक्षे ने यह फैसला लिया। इसके बाद राष्ट्रपति कार्यालय की मीडिया के अनुसार, 73 वर्षीय विक्रम सिंह ने प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले है। बहरहाल गोटाभाया राजपक्षे ने भी ट्विटर पर इसकी पुष्टि की है। “नए प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे को बधाई। मुझे उम्मीद है कि वह मुश्किल समय में देश को सही दिशा में ले जाएंगे।” विक्रमसिंघे 5वीं बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री होंगे। वह वर्तमान में एकमात्र सांसद हैं जो पद पर बने हुए हैं।