नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को एक बार फिर से तगड़ा झटका लगा है। बता दें कि सऊदी अरब (Saudi Arabia) के एक प्रमुख अखबार ने जम्मू कश्मीर को लेकर मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की तारीफ की है। अखबार ने मोदी सरकार की तारीफ में कुछ ऐसा कहा है कि, जिससे पड़ोसी देश पाकिस्तान को मिर्ची जरूर लगेगी। दरअसल ‘सऊदी गजट’ (Saudi Gazette) में मोदी सरकार (Modi Government) की द्वारा जम्मू-कश्मीर में अपनाई गईं नीतियों की तारीफ की गई है। कहा गया है कि भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इस क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं। जिनके प्रति युवकों ने सकारात्मक रुख दिखाया है। ऐसे में पाकिस्तान के उस दावे को झटका लगा है जिसमें वो हमेशा कहता आया है कि, धारा 370 हटने के बाद से कश्मीर में स्थिति बेहद खराब हो गई है।
‘सऊदी गजट’ (Saudi Gazette) ने कश्मीर को लेकर लिखा है कि नए भारत की प्रगति और संपन्नता का घाटी के नौजवान हिस्सा बनना चाहते हैं। सरकार की विकास योजनाओं पर सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। अखबार ने लिखा है कि, एक जमाने में कश्मीरी युवाओं की पहचान पत्थरबाजों के रूप में होती थी, लेकिन धारा 370 हटने के बाद वह मुख्यधारा से जुड़कर अपना जीवन संवारने का प्रयास कर रहे हैं।
अखबार ने यह भी कहा है कि जब मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने का फैसला लिया गया, तो पूरी दुनिया में आशंका थी कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा और अशांति फैल सकती है। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके विपरीत, युवाओं ने इस ऐतिहासिक परिवर्तन का बहुत सकारात्मक रूप से जवाब दिया है।
यहां आपको बता दें कि सऊदी गजट सऊदी अरब का एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार है। जिसमें लिखा गया है कि, ‘जम्मू-कश्मीर में विकास के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। यहां तक कि 5 अगस्त, 2019 के बाद जिन आतंकियों ने आत्मसमर्पण किया था उन्हें भी मुख्य धारा में लाया जा रहा है। भारत और सऊदी अरब के मजबूत होते रिश्तों को लेकर ‘सऊदी गजट’ की यह रिपोर्ट काफी अहम है।
हालांकि इस बीच पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर सऊदी अरब को भड़काने की कई कोशिशें की हैं, लेकिन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने हर बार उसे अनसुना कर दिया है। अखबार ने लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की विशेष छात्रवृत्ति योजना ने कई गरीब युवाओं को देश के पेशेवर कॉलेजों में प्रवेश पाने में मदद की है। उसका फायदा भी दिखाई दे रहा है। बता दें कि इसकी मदद से उनमें से कई डिग्री हासिल करके विदेशों में नौकरी भी कर रहे हैं।