
नई दिल्ली। बलोच लिबरेशन आर्मी ने दावा किया है कि उसने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर बंधक बनाए सभी 214 पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला। बलोच आर्मी ने इसके लिए पाकिस्तान सरकार के रवैये को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बलोच राजनीतिक कैदियों और कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए हमारी तरफ से दिए गए 48 घंटे के अल्टीमेटम की उनके द्वारा अनदेखी की गई। बलोच आर्मी की तरफ से यह दावा ऐसे समय पर किया गया है जब पाकिस्तान सरकार ने सभी बंधकों को सुरक्षित बचाने और ऑपरेशन के खत्म होने की बात कही है।
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने इस ऑपरेशन में बलोच लिबरेशन आर्मी के 33 विद्रोहियों को मारे जाने की भी बात कही है। पाकिस्तान सेना की तरफ से शुक्रवार को ऑपरेशन खत्म होने का दावा करते हुए एक वीडियो भी जारी किया गया था जिसमें कुछ जगह पर हमला और कुछ सैनिकों को जाते हुए दिखाया गया था। दूसरी तरफ बलोच लिबरेशन आर्मी ने पाक सेना के दावे के उलट कहा है कि ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। बलोच आर्मी का कहना है कि उसने सभी आम बंधकों के साथ मानवीयता दिखाते हुए उन्हें रिहा कर दिया।
साथ ही बलोच विद्रोहियों ने पाकिस्तान सरकार और सेना की इस बात का भी खंडन किया जिसमें उन्होंने 33 विद्रोहियों को मारे जाने की बात कही है। बलोच आर्मी का कहना है कि इस ऑपरेशन में हमारे 12 लड़ाकों की मौत हुई है। इस तरह से बलोच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान सरकार और सेना की बात पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। इससे पहले भी पाकिस्तान सरकार की बात पर सवाल उठे थे। ट्रेन हाईजैक बंधक जो बाद में रिहा हो गए, उन्होंने कहा था कि लगभग 50 से 60 पाकिस्तानी जवानों के शव को उसने खुद देखे थे। जबकि पाकिस्तानी सेना का दावा था कि उसके कुल 28 सैनिक मारे गए हैं।