
ढाका। बांग्लादेश में सरगर्मियां फिर तेज हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चला रहे मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस चीन के दौरे पर जाने वाले हैं। इससे ठीक पहले बांग्लादेश की सेना के प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने अफसरों की आपात बैठक की। सेना प्रमुख की बैठक के बाद अटकलें लग रही हैं कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार का पतन हो सकता है। इस तरह की अटकलें बीते दिनों तभी से शुरू हुई थीं, जब बांग्लादेश की सेना ने आदेश जारी कर बड़ी तादाद में जवानों को राजधानी ढाका बुलाया था।
ताजा जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान की बुलाई आपात बैठक में 5 लेफ्टिनेंट जनरल, 8 मेजर जनरल, बांग्लादेश सेना की ब्रिगेड के कमांडर और अन्य प्रमुख अफसर शामिल हुए। बैठक में इस पर चर्चा हुई कि बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच सेना किस तरह की रणनीति अपनाए। बांग्लादेश की सेना के प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने बीते दिनों एक कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर कहा था कि देश के नेता जिस तरह आपस में उलझे हैं, उससे संप्रभुता और एकता को खतरा हो सकता है। खबर ये भी है कि बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने बीते दिनों कुछ छात्र नेताओं के साथ बैठक की। एक छात्र नेता ने दावा किया था कि सेना प्रमुख ने बैठक में कहा कि शेख हसीना की अवामी लीग के बेहतर संस्करण को बांग्लादेश की राजनीति से बाहर नहीं रखा जा सकता।
मीडिया की खबरों के मुताबिक बांग्लादेश की सेना अब राष्ट्रीय एकता वाली सरकार बनाने की तैयारी में है। इस सरकार के जरिए परोक्ष रूप से बांग्लादेश की सेना सत्ता पर अपना नियंत्रण रखेगी। इससे राजनीतिक अस्थिरता खत्म हगी। दरअसल, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने के बाद से असंतोष काफी बढ़ा है। सेना के भीतर भी मोहम्मद यूनुस के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। ऐसे में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार का तख्तापलट भी हो सकता है। बांग्लादेश में पहले भी सेना तख्तापलट कर चुकी है।