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BAPS Hindu Temple Abu Dhabi : बीएपीएस हिंदू मंदिर अबू धाबी का भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा

BAPS Hindu Temple Abu Dhabi : शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल का मंदिर के चेरमेन अशोक कोटेचा और यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने स्वागत किया। शांति, एकता और साझा मूल्यों के शाश्वत स्थल, इस मंदिर के निर्माण के लिए प्रतिनिधिमंडल ने बीएपीएस संस्था के प्रयासों, भारत और यूएई के नेतृत्व की सराहना की।

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अपनी यूएई यात्रा के दौरान अबू धाबी के विश्वप्रसिद्ध बीएपीएस हिंदू मंदिर पहुंचा। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज, मनन कुमार मिश्रा और एस.एस. अहलूवालिया, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा, आईयूएमएल सांसद ई.टी. मोहम्मद बशीर, और सुजन चिनॉय (जापान में भारतीय राजदूत) शामिल हैं। यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर और मंदिर के चेरमेन अशोक कोटेचा ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। शांति, एकता और साझा मूल्यों के शाश्वत स्थल, इस मंदिर के निर्माण के लिए प्रतिनिधिमंडल ने बीएपीएस संस्था के प्रयासों, भारत और यूएई के नेतृत्व की सराहना की।

प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्य मंदिर की अद्वितीय सुंदरता, पवित्रता और आध्यात्मिकता से प्रभावित हुए। मंदिर के वैश्विक सौहार्द्र के संदेश ने सभी को विशेष रूप से छू लिया। बता दें कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने और आतंकवाद का समर्थन करने वाले पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए विभिन्न देशों में सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा है। बीएपीएस हिंदू मंदिर मध्य पूर्व का पहला पारंपरिक पत्थर से निर्मित हिंदू मंदिर है, जो सर्वधर्म समभाव और वैश्विक मूल्यों को समर्पित एक आध्यात्मिक व सांस्कृतिक धरोहर है। फरवरी 2024 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया था।

बिना स्टील या कंक्रीट का उपयोग किए प्राचीन हिंदू शिल्पशास्त्रों के अनुसार निर्मित इस मंदिर की छटा देखते ही बनती है। यह मंदिर इतना भव्य है कि जो भी यहां आता है मंत्रमुग्ध हो जाता है। खास बात यह है कि इस मंदिर के निर्माण के लिए संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने जमीन की थी। यह भारत और यूएई के गहरे संबंधों को दर्शाता है। इस मंदिर का निर्माण और दर्शन का मार्गदर्शन परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के आध्यात्मिक नेतृत्व में बीएपीएस संस्था द्वारा किया गया। मंदिर में सात अलंकृत देवालय हैं, जो हिंदू शास्त्रों की अमर कथाओं का जीवंत चित्रण करते हैं।