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Iran Warns Israel: इजरायल को ईरान ने अब दी जंग की सीधी धमकी, कहा- गाजा पर हमले न रुके तो जलजला आएगा

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कतर जाकर हमास के बड़े नेता इस्माइल हनियेह से भी मुलाकात की है। ईरान हमेशा हमास और हिजबुल्ला को मदद देता रहता है। इजरायल ने इससे पहले आरोप लगाया था कि उसके यहां हमास के भीषण आतंकी हमले में ईरान का सीधा हाथ रहा है।

यरुशलम/तेहरान। हमास आतंकियों के खिलाफ जंग छेड़ चुके इजरायल को अब ईरान ने सीधी धमकी दी है। ईरान ने संयुक्त राष्ट्र के जरिए इजरायल को संदेश भेजा है कि अगर उसने गाजा में हमास के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रखा, तो ईरान भी फिलिस्तीन की तरफ से हस्तक्षेप कर सकता है। ईरान की इस धमकी के बाद मध्य-पूर्व में बड़े जंग की आशंका पैदा हो गई है। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने बेरुत पहुंचकर धमकी दी थी। ईरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान ने कहा था कि अगर हिजबुल्ला (ईरान समर्थित आतंकी संगठन) इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में शामिल हुआ, तो मसला मध्य-पूर्व के अन्य हिस्सों में फैल सकता है। अब्दुल्लाहियान ने कहा था कि अगर युद्ध अन्य इलाकों में फैला, तो इजरायल में जलजला आ जाएगा। इजरायल पर हुए हमास के आतंकी हमले के बाद पहली बार ईरान ने ऐसी सीधी धमकी दी है।

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कतर जाकर हमास के बड़े नेता इस्माइल हनियेह से भी मुलाकात की है। ईरान हमेशा हमास और हिजबुल्ला को मदद देता रहता है। इजरायल ने इससे पहले आरोप लगाया था कि उसके यहां हमास के भीषण आतंकी हमले में ईरान का सीधा हाथ रहा है। हालांकि, ईरान की सरकार ने इजरालय के इस आरोप को गलत बताया था। ईरान की सरकार का कहना है कि हमास ने जो हमला इजरायल पर किया, उसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। खास बात ये है कि इजरायल के खिलाफ ईरान के साथ उसके परंपरागत दुश्मन सऊदी अरब और इराक भी खड़े दिख रहे हैं। अगर हमास के खिलाफ इजरायल की जंग में अरब देश भी कूदते हैं, तो इसका बड़ा खामियाजा मध्य-पूर्व के साथ ही दुनिया के अन्य देशों पर भी पड़ सकता है।

इससे पहले अरब देशों और इजरायल के बीच 2 बार बड़ी जंग हो चुकी है। 1948 में इजरायल की स्थापना के बाद अरब देशों ने उससे जंग लड़ी थी। इस जंग में अरब देशों को मुंह की खानी पड़ी। उस वक्त इजरायल के पीएम बेन गुरियन थे। इसके बाद 1973 में भी अरब देशों ने मिलकर इजरायल पर हमला बोला था। तब पीएम गोल्डा मायर के नेतृत्व में इजरायल ने महज 6 दिन में ही अरब देशों को जंग में पटकनी दे दी थी। इसके बाद से ही फिलिस्तीन के पक्ष में आतंकी संगठन एक के बाद एक खड़े होने शुरू हुए। इनमें सबसे खतरनाक हिजबुल्ला और हमास माने जाते हैं।