
नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल में बीते दिन गुरुवार को निधन हो गया है। एलिजाबेथ द्वितीय ने 70 साल तक शासन किया। क्वीन कुछ समय से बिमार चल रही थी और डॉक्टरों की निगरानी में थी। बीते दिन गुरुवार को देर को उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। दरअसल, महारानी के निधन के बाद अब शाही परिवार में अगला उत्तराधिकारी उनके बड़े बेटे चार्ल्स ब्रिटेन होंगे। महारानी के निधन के बाद किस तरह से पूरी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए इसके लिए ब्रिटेन सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। महारानी के निधन के बाद पूरी दुनिया शोक में है।
10 दिन बाद अंतिम संस्कार
महारानी एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार उनके निधन के ठीक 10 दिन बाद होगा। इससे पहले, उनके शवपेटिका(ताबूत) को लंदन से बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर के पैलेस तक निधन के पांच दिन बाद औपचारिक मार्ग से ले जाया जाएगा, महारानी एलिजाबेथ ताबूत में संसद में 3 दिन तक लेटी रहेगी। जिस दौरान लोग उनके अंतिम दर्शन कर पाएंगे। संसद में यह स्थल 23 घंटो के लिए खोला जाएगा। उनको दफन करने के पहले नए उत्तराधिकारी उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स उनके अंतिम संस्कार से पहले पूरे देश की यात्रा करेंगे, जिसमें यूनाइटेड किंगडम में शामिल होने वाले सारे देश होगें।
कौन होगा अगला उत्तराधिकारी
अंतिम संस्कार के दिन पूरे देश में राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा, जिसमें वेस्टमिंस्टर एब्बे में होने वाली सेवा और पूरे ब्रिटेन में दोपहर में दो मिनट का मौन भी रखा जाएगा। अंतिम संस्कार के बाद रानी को विंडसर कैसल के किंग जॉर्ज षष्ठम मेमोरियल चैपल में दफना दिया जाएगा। खबरो के अनुसार, महारानी के निधन के बाद प्रधानमंत्री लिज ट्रस को फोन करके संदेश दी गई। इसके बाद शाही परिवार ने सारी तैयारियों के तहत महारानी के आंखों को बंद किया। इसके बाद प्रिंस चार्ल्स को नया राजा घोषित किया गया। हालांकि, प्रिंस चार्ल्स का औपचारिक राज्याभिषेक बाद में होगा। बहरहाल, इस दौरान नया राजा घोषित होने पर किंग चार्ल्स के परिवार के सभी सदस्य उनके हाथों को चूमकर उन्हें धन्यवाद देंगे।