
ओटावा। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ होने का आरोप लगातार लगा रहे हैं। अब जस्टिन ट्रूडो खुद कह रहे हैं कि उनकी सरकार ने इस बारे में भारत को कोई सबूत नहीं सौंपे। कनाडा के विदेशी हस्तक्षेप संबंधी आयोग में जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि भारत ने पूछा कि आप कितना जानते हैं और आपके पास जो सबूत हैं, वो दीजिए। ट्रूडो ने आयोग में कहा कि हमारा जवाब था कि ये आपकी सुरक्षा एजेंसियों के पास है। आपको देखना चाहिए कि उनको कितना पता है। उस समय ये ठोस सबूत नहीं, मुख्य रूप से खुफिया जानकारी थी। यानी जस्टिन ट्रूडो अब भारत के उस दावे को मान रहे हैं कि कनाडा ने निज्जर की हत्या से जुड़े मामले में कोई सबूत नहीं दिए।
#WATCH | “…Their (India) asks of us was, well, how much do you know? Give us the evidence you have on this. Our response was, well, it’s within your security agencies, you should be looking into how much they know… At that point, it was primarily intelligence, not hard… pic.twitter.com/WpDcHIDVSi
— ANI (@ANI) October 16, 2024
जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के विदेशी हस्तक्षेप आयोग में ये भी कहा कि भारत अगस्त और सितंबर के अंत तक जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था। वो भारत के लिए बड़ा क्षण था। जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा के पास मौका था कि वो समय से पहले सभी आरोपों को सार्वजनिक कर देता, लेकिन इससे भारत के लिए बहुत असहज होता और कनाडा ने ऐसा न करने का फैसला किया। हमने पर्दे के पीछे काम करना जारी रखने का फैसला किया। जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के विदेशी हस्तक्षेप आयोग में ये भी कहा कि दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुद्दा उठाया था। तब मोदी ने कहा कि कनाडा में ऐसे लोग हैं, जो भारत के खिलाफ मुखर हैं। मोदी ने कहा कि वो चाहते हैं कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाए। इस पर मैंने मोदी को समझाने की कोशिश की कि कनाडा में आलोचना करना मौलिक आजादी है।
#WATCH | At Foreign Interference Commission, Canadian PM Justin Trudeau says, “It culminated with a conversation I had with Prime Minister Modi after the end of the last session at the G 20 in Delhi, where I sat down, shared that we knew that they were involved and expressed a… pic.twitter.com/0iCVVJlp4R
— ANI (@ANI) October 16, 2024
जस्टिन ट्रूडो इससे पहले ये नहीं मान रहे थे कि कनाडा ने निज्जर हत्या मामले में भारत को सबूत नहीं दिए। बीते दिनों उन्होंने इस मसले को बड़ा रूप देने की कोशिश के तहत भारत पर आरोप लगाकर ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर से भी बात की थी। अमेरिका से भी कहलाया था कि भारत इस मामले में कनाडा से सहयोग करे। ट्रूडो की सरकार ने भारतीय उच्चायुक्त और राजनयिकों को पर्सन ऑफ इंट्रेस्ट भी घोषित किया था। जिसके बाद भारत ने अपने उच्चायुक्त व 5 राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया और कनाडा के कार्यकारी उच्चायुक्त समेत 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। उसके बाद से ही ट्रूडो सरकार से लगातार सवाल पूछे जा रहे थे कि उसने भारत को खालिस्तानी निज्जर की हत्या से जुड़े क्या सबूत दिए? अब तक तो ट्रूडो चुप थे, लेकिन जब दबाव बढ़ा, तो कह रहे हैं कि सबूत नहीं दिए गए।