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Netanyahu Slams Justin Trudeau: गाजा पर बयान देकर अब नेतनयाहू का निशाना बने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो; भारत पर भी लगाए थे बिना सबूत आरोप

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में मीडिया से बात करते हुए गाजा पर इजरायल के हमले की आलोचना की थी। ट्रूडो ने कहा था कि इजरायल को हमास के खिलाफ अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन वहां महिलाओं और बच्चों की हत्या बंद होनी चाहिए।

यरुशलम। भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका से खरी-खरी सुनने के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अब अपने एक और बयान की वजह से इजरायल के पीएम बेंजामिन की नाराजगी का शिकार बन गए। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में मीडिया से बात करते हुए गाजा पर इजरायल के हमले की आलोचना की थी। ट्रूडो ने कहा था कि इजरायल को हमास के खिलाफ अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन वहां महिलाओं और बच्चों की हत्या बंद होनी चाहिए। ट्रूडो ने इजरायल सरकार से अधिकतम संयम बरतने के लिए भी कहा था। कनाडा के पीएम ने कहा था कि हम डॉक्टरों, परिवार के लोगों, बच्चों की बातें सुन रहे हैं, जिन्होंने अपने लोगों और माता-पिता को खो दिया। टीवी और सोशल मीडिया पर ये सबकुछ लोग देख रहे हैं। इसे रोकना होगा। जस्टिन ट्रूडो के इसी बयान पर बेंजामिन नेतनयाहू उनपर भड़के और खरी-खोटी सुना दी। पहले सुनिए ट्रूडो ने क्या कहा था।

एक्स यानी ट्विटर पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने ट्रूडो को निशाने पर लिया और कहा कि फिलिस्तीनियों को जानबूझकर हमास निशाना बना रहा है, इजरायल नहीं। नेतनयाहू ने लिखा कि हमास ने ही नरसंहार और भयानक हमले में लोगों के सिर काटे, उनको जलाया। इजरायल के पीएम ने लिखा कि नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए इजरायल सब कुछ कर रहा है। वहीं, हमास ने फिलिस्तीनियों को ढाल बनाकर नुकसान पहुंचाया है। नेतनयाहू ने आगे लिखा कि इजरायल तो गाजा के नागरिकों को मानवीय गलियारा और सुरक्षित क्षेत्र दे रहा है। जबकि, हमास उनको बंदूक के दम पर वहां जाने से रोक रहा है। इजरायल नहीं, हमास है जिसे दोहरे युद्ध अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। हमास की बर्बरता को हराने में इजरायल का समर्थन करना चाहिए।

बता दें कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों और भारत विरोधी तत्वों को शह देने का भी ट्रूडो पर आरोप है। ट्रूडो ने बिना किसी सबूत के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भी भारत का हाथ बताया था और इस वजह से भारत के कनाडा से रिश्ते खराब हुए हैं। वहीं, मानवाधिकारों का मुद्दा उठाने पर बांग्लादेश और श्रीलंका ने भी जस्टिन ट्रूडो को निशाने पर लिया था। दोनों देशों ने कहा था कि कनाडा सरकार को अपने यहां अल्पसंख्यकों के हितों के बारे में ध्यान देना चाहिए। अब इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने भी जस्टिन ट्रूडो को तगड़ी नसीहत दे दी है। नेतनयाहू के इस बयान पर खबर लिखे जाने तक ट्रूडो या कनाडा सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।