वॉशिंगटन। चीन से जुड़ी दो अहम और खतरे वाली खबरें हैं। दोनों अहम खबरें अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के हवाले से आई हैं। पहली खबर तो ये कि चीन ने भारत से अपने रिश्तों के बारे में अमेरिका को दखल न देने के लिए आगाह किया है। दूसरी खबर ये है कि वो तेजी से परमाणु हथियार बढ़ा रहा है। वो जल्दी ही 1500 परमाणु हथियार बना लेगा। पेंटागन ने अमेरिकी संसद के निचले सदन कांग्रेस में अपनी रिपोर्ट दी है। पेंटागन ने रिपोर्ट में लिखा है कि चीन ने अमेरिका से साफ कहा है कि वो भारत से रिश्तों के बीच में न आए। पेंटागन के मुताबिक इसी वजह से चीन लगातार भारत के साथ एलएसी पर तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है, ताकि उसे अमेरिका से दूर किया जा सके।
पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक चीन किसी सूरत में अमेरिका और भारत की करीबी नहीं देखना चाहता। वो इसी वजह से सीमा पर स्थिरता कायम करने की तैयारी कर रहा है। चीन के अफसरों ने इसी मुद्दे पर अमेरिकी अफसरों को चेतावनी भी दी है। पेंटागन की रिपोर्ट में चीन पर आरोप लगाया गया है कि उसने एलएसी पर सेना की तैनाती बनाए रखी। साथ ही एलएसी पर बुनियादी ढांचा भी मजबूत करता रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत और चीन के बीच रिश्तों में न्यूनतम तरक्की हुई है। दोनों के बीच अब भी टकराव वाली हालत है। दोनों पक्ष अपनी-अपनी शर्तें रख रहे हैं।
बीते दिनों बाली में जी-20 देशों के प्रमुखों का शिखर सम्मेलन हुआ था। इस सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाया था। माना जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति की तरफ से ऐसा किया जाना भारत के प्रति उसके रवैये में बदलाव को दिखाता है, लेकिन चीन लगातार दोस्ती दिखाने के बाद भारत की पीठ में छुरा भोंकता रहा है। गलवान में उसने 20 जवानों को शहीद भी किया था। जिसके बाद से भारत और चीन में तनातनी और बढ़ गई है।