नई दिल्ली। देश ही नहीं पूरी दुनिया में करोना का असर देखने को मिल रहा है। चीन में भी कोरोना एक बार फिर से अपने पूरे चरम पर जा पहुंचा है। अगले महीने चीन विंटर ओलिपिंक की मेजबानी करेगा जिसे देखते हुए वहां करोना को लेकर पाबंदियां कड़ी कर दी हैं। कोरोना के बढ़ते असर के बीच चीन एक बार फिर अपनी ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ को लेकर चर्चा में है। इस नीति के तहत चीन में अपने नागरिकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं जिनसे ये पता चला है कि वहां लाखों की संख्या में लोगों को क्वारंटाइन शिविरों में रखा गया है। इसके साथ ही कई संक्रमितों को मेटल बॉक्सों में कैद कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर चीन सरकार की पोल खोलते इन वीडियो में देखा जा सकता है कि कोरोना पाबंदियों के नाम पर उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। ये एक बुरे सपने की तरह है जहां गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी मेटल के इन बॉक्सों में बंद करके रखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें इस बॉक्सों में करीब 2 हफ्ते के लिए कैद कर दिया जाता है। इन मेटल के बॉक्सों में लकड़ी के पलंग व टॉयलेट बनाए गए हैं।
Millions of chinese people are living in covid quarantine camps now!
2022/1/9 pic.twitter.com/wO1cekQhps— Songpinganq (@songpinganq) January 9, 2022
‘आधी रात को घर छोड़ो और कैंप में चलो’
खबरों की मानें तो कहा ये जा रहा है कि अगर किसी जगह पर कोई वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो उस पूरे इलाके के लोगों को ही क्वारंटीन किया जा रहा है। उन्हें बसों में भर-भरकर कैंपों में ले जाया जाता है। बताया जा रहा है कि संक्रमित मिलने पर कई इलाकों के लोगों को आधी रात को ये कह दिया जाता है कि उन्हें घर छोड़कर क्वारंटीन कैंप में जाना होगा।
Tianjin city
Omicron arrived days ago.
People are afraid of lockdown,
So panic buying now.
Please check my old thread.https://t.co/dpkpwcrJQi2022/1/11 pic.twitter.com/uChbM3tqY2
— Songpinganq (@songpinganq) January 11, 2022
संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की भी सख्त नीति
वायरस से संक्रमित लोगों के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए भी देश में सख्त नीति है। इस नीति के तहत हर इंसान को ‘ट्रैक एंड ट्रेस’ एप्स अपने मोबाइल में रखना जरूरी है। इस ऐप के जरिए उस व्यक्ति के संक्रमित होने पर उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाता है। जिसके बाद उन्हें क्वारंटीन कैंपों में भेज दिया जाता है।
Tianjin city
People don’t trust chinese government propaganda anymore after watched what happened to the people of wuhan and xi’an.
Police urging people don’t do panic buying but people don’t trust him. They rushed to food trucks to buy food on the roads. People afraid lockdown. pic.twitter.com/mRfTQ8UmsF— Songpinganq (@songpinganq) January 11, 2022
खाने-पीने के सामान के लाले
कहा जा रहा है कि चीन में करीब दो करोड़ लोगों को घरों में जानवरों की तरह कैद कर दिया गया है। यहां तक की वो लोग खाने-पीने तक का सामान तक नहीं लेने जा सकते। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो बीते दिनों एक गर्भवती महिलो का अस्पताल जाने की इजाजत नहीं दी गई जिससे उसका गर्भपात हो गया। इसके बाद से ही चीन में कोरोना नियनों को लेकर बहस एक बार फिर से छिड़ गई है।