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China Zero Covid Policy: चीन में लोगों के साथ जानवरों जैसा बर्ताव!, मेटल बॉक्स में किया जा रहा कैद, सामने आया Video

China Zero Covid Policy: कहा जा रहा है कि चीन में करीब दो करोड़ लोगों को घरों में जानवरों की तरह कैद कर दिया गया है। यहां तक की वो लोग खाने-पीने तक का सामान तक नहीं लेने जा सकते। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो बीते दिनों एक गर्भवती महिलो का अस्पताल जाने की इजाजत नहीं दी गई जिससे उसका गर्भपात हो गया।

नई दिल्ली। देश ही नहीं पूरी दुनिया में करोना का असर देखने को मिल रहा है। चीन में भी कोरोना एक बार फिर से अपने पूरे चरम पर जा पहुंचा है। अगले महीने चीन विंटर ओलिपिंक की मेजबानी करेगा जिसे देखते हुए वहां करोना को लेकर पाबंदियां कड़ी कर दी हैं। कोरोना के बढ़ते असर के बीच चीन एक बार फिर अपनी ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ को लेकर चर्चा में है। इस नीति के तहत चीन में अपने नागरिकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियोज भी वायरल हो रहे हैं जिनसे ये पता चला है कि वहां लाखों की संख्या में लोगों को क्वारंटाइन शिविरों में रखा गया है। इसके साथ ही कई संक्रमितों को मेटल बॉक्सों में कैद कर दिया गया है।

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सोशल मीडिया पर चीन सरकार की पोल खोलते इन वीडियो में देखा जा सकता है कि कोरोना पाबंदियों के नाम पर उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। ये एक बुरे सपने की तरह है जहां गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी मेटल के इन बॉक्सों में बंद करके रखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें इस बॉक्सों में करीब 2 हफ्ते के लिए कैद कर दिया जाता है। इन मेटल के बॉक्सों में लकड़ी के पलंग व टॉयलेट बनाए गए हैं।

‘आधी रात को घर छोड़ो और कैंप में चलो’

खबरों की मानें तो कहा ये जा रहा है कि अगर किसी जगह पर कोई वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो उस पूरे इलाके के लोगों को ही क्वारंटीन किया जा रहा है। उन्हें बसों में भर-भरकर कैंपों में ले जाया जाता है। बताया जा रहा है कि संक्रमित मिलने पर कई इलाकों के लोगों को आधी रात को ये कह दिया जाता है कि उन्हें घर छोड़कर क्वारंटीन कैंप में जाना होगा।

संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की भी सख्त नीति

वायरस से संक्रमित लोगों के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए भी देश में सख्त नीति है। इस नीति के तहत हर इंसान को ‘ट्रैक एंड ट्रेस’ एप्स अपने मोबाइल में रखना जरूरी है। इस ऐप के जरिए उस व्यक्ति के संक्रमित होने पर उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाता है। जिसके बाद उन्हें क्वारंटीन कैंपों में भेज दिया जाता है।

खाने-पीने के सामान के लाले

कहा जा रहा है कि चीन में करीब दो करोड़ लोगों को घरों में जानवरों की तरह कैद कर दिया गया है। यहां तक की वो लोग खाने-पीने तक का सामान तक नहीं लेने जा सकते। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो बीते दिनों एक गर्भवती महिलो का अस्पताल जाने की इजाजत नहीं दी गई जिससे उसका गर्भपात हो गया। इसके बाद से ही चीन में कोरोना नियनों को लेकर बहस एक बार फिर से छिड़ गई है।