
लंदन। ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का शव राजधानी लंदन लाया गया है। यहां भारतीय समय के मुताबिक आज शाम 7.30 बजे उनके ताबूत को वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा। यहां आम लोग महारानी के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। अभी इसमें कई घंटे हैं, लेकिन लोगों की कतार अभी से वेस्टमिंस्टर हॉल के बाहर दिखने लगी है। इससे पहले स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में हजारों लोगों ने सेंट जाइल्स कैथेड्रल में महारानी के अंतिम दर्शन किए। 70 साल तक ब्रिटेन पर राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ का निधन बीते 8 सितंबर को बाल्मोरल महल में हुआ था। उनके निधन के बाद बड़े बेटे चार्ल्स अब ब्रिटिश सम्राट हो गए हैं।
Queen Elizabeth II, the longest reigning Monarch in British history, returns to Buckingham Palace for the final time. pic.twitter.com/D9BUpOD6G3
— Elizabeth II News & Updates (@Platinum2022) September 13, 2022
वेस्टमिंस्टर हॉल में महारानी के अंतिम दर्शन के लिए आने वाले लोगों को दिक्कत न हो, इसके लिए सरकार और पुलिस ने काफी बंदोबस्त किए हैं। यहां अगले 4 दिन तक आम जनता महारानी एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि दे सकेगी। जगह जगह पोर्टेबल टॉयलेट और अन्य जरूरी चीजों का इंतजाम सरकार ने किया है। लंदन में मौसम भी खराब है। इस वजह से लोगों को किसी मुश्किल से बचाने के लिए भी पुलिस और आपदा प्रबंधन दल ने पूरी व्यवस्था कर रखी है। महारानी एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को किया जाएगा। उनके शव को वेस्टमिंस्टर एब्बे ले जाया जाएगा। इससे पहले साल 1965 में ब्रिटेन के पीएम रहे सर विंस्टन चर्चिल का यहां अंतिम संस्कार हुआ था।
शाही परंपरा के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार निधन के 10वें दिन किया जाएगा। बाल्मोरल कैसल से महारानी के ताबूत को सड़क के रास्ते ही लंदन लाया गया है। ब्रिटिश महारानी के निधन के बाद उनके तख्त को खाली नहीं रखा जा सकता था। ऐसे में प्रिवी काउंसिल और चर्च ऑफ इंग्लैंड ने आनन-फानन में चार्ल्स को ब्रिटिश सम्राट के पद पर बिठा दिया। चार्ल्स को पहले प्रिंस ऑफ वेल्स की उपाधि मिली थी। अब ये उपाधि उन्होंने अपने बड़े बेटे प्रिंस विलियम को दे दी है। चार्ल्स के न रहने पर विलियम ही ब्रिटेन के अगले सम्राट होंगे।