पेरिस। पूरी दुनिया कोरोना के कहर से इमरजेंसी जैसे हालात बने हुए हैं। लोग अपने घरों में चार दीवारियों के अंदर कैद हैं। लेकिन कोरोना का खौफ फिर भी हर वक्त बना हुआ है। ऐसे में तकनीक का सहारा काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
ऐसे में तकनीक में साथ गूगल ने पूरी दुनिया के अपने उपयोगकर्ताओं के लोकेशन डेटा साझा करने का फैसला किया है ताकि सरकारें कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए उनकी तरफ से उठाए गए सभी सामाजिक दूरी संबंधी उपायों के प्रभाव को सही-सही ढंग से आंक पाए।
इस प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की सबसे दिग्गज कंपनी के ब्लॉग पर एक पब्लिश हुए एक पोस्ट के अनुसार 131 देशों में मौजूद गूगल के उपयोगकर्ताओं की आवाजाही पर रिपोर्ट विशेष वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी और भूगोल की मदद से समय दर समय आवाजाही की परिस्थिति इंडीकेट होती रहेगी।
इस बारे में गूगल मैप्स के प्रमुख जेन फिट्जपैट्रिक और कंपनी की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी केरेन डीसाल्वो की एक पोस्ट में कहा गया कि अभी का ये रुझान, पार्क, दुकानों, घरों और कार्यस्थल जैसे स्थानों तक हुए दौरों में प्रतिशत प्वाइंट के हिसाब से बढ़ोतरी या कमी को प्रदर्शित करेगा न कि कोई एक व्यक्ति कितनी बार इन जगहों तक गया है इस बारे में कोई जानकारी मुहैया कराएगा।