
नई दिल्ली। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में ब्लूमबर्ग टीवी को दिए एक इंटरव्यू में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बहुत सी बात बताईं। उन्होंने पाकिस्तान के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि उसने भारत के 6 फाइटर जेट गिराए। हालांकि सीडीएस ने यह कहा कि कोई भी युद्ध बिना किसी नुकसान के नहीं लड़ा जा सकता, लेकिन अच्छी बात यह है कि हमने अपनी सामरिक गलतियों को समझा और उसमें सुधार किया और उसके बाद फिर से एक्शन लिया। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ शत्रुता खत्म होना उसी के रवैये पर निर्भर करेगा।
सीडीएस बोले, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को शुरुआत में कुछ नुकासान उठाना पड़ा लेकिन जरूरी यह नहीं है कि नुकसान हुआ बल्कि जरूरी यह है कि क्यों हुआ? इसके बाद हमने अपनी रणनीति बदली जो कारगर साबित हुई। दो दिन बाद हमने बिना किसी रोक-टोक के पाकिस्तान के अंदर घुसकर उनके हवाई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। दूसरी तरफ कांग्रेस ने सीडीएस के बयान को लेकर हो हल्ला मचाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया पर लंबी चौड़ी पोस्ट लिखकर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार से सवाल किए और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की।
In the wake of the remarks made by the Chief of Defence Staff (CDS) in Singapore in an interview, there are some very important questions which need to be asked.
These can only be asked if a Special Session of the Parliament is immediately convened.
The Modi Govt has misled the…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 31, 2025
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कारगिल समीक्षा समिति की तर्ज पर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति द्वारा हमारी रक्षा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की मांग करती है। खड़गे ने कहा कि हमें कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन हमारे पायलट सुरक्षित हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम कराने के अपने दावे को फिर दोहराया है। यह शिमला समझौते का सीधा अपमान है। भारत और पाकिस्तान की युद्ध विराम समझौते की शर्तें क्या हैं? 140 करोड़ देशभक्त भारतीयों को यह जानने का हक है।