नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना का कहर अब साफ तौर पर नजर आने लगा है। कोरोना के बढ़ते कहर के बीच अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर हमलावर रुख अपनाना शुरू कर दिया है। ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया है कि उसने कोरोनावायरस को लेकर प्रारंभिक सूचना को पूरी दुनिया से छिपाने की कोशिश की जिसकी वजह से आज पूरी दुनिया में ये संकट पैदा हुआ है।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब इटली में कोरोना से मरने वालों की संख्या चीन से भी अधिक हो गई है। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों का ये आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है जो कि अमेरिका के लिए चिंता का विषय है।
बता दें इससे पहले कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को ‘वॉर-टाइम प्रेसिडेंट’ बताते हुए घोषणा की थी कि वह आपातकालीन शक्तियों का आह्वान कर रहे हैं। इसके माध्यम से उन्हें निजी क्षेत्र की क्षमता का उपयोग करने की अनुमति मिल जाएगी। उन्होंने कोरोनोवायरस महामारी के बढ़ते प्रभाव के चलते यह निर्णय लिया है।
कोविड-19 संक्रमण के चलते अमेरिका में 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है इसलिए मैं डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट का आह्वान कर रहा हूं। हमें इसकी जरूरत पड़ सकती है।”
इन आपातकालीन शक्तियों के माध्यम से ट्रंप प्रशासन को राष्ट्रीय संकट के समय में आवश्यक सामग्रियों का तेजी से उत्पादन करने के लिए देश के स्थापित औद्योगिक आधार को अपने नियंत्रण में लेने की अनुमति प्राप्त हो गई है। व्हाइट हाउस में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने इसे चाइनीज वायरस के खिलाफ अमेरिका की जंग करार दिया। उन्होंने कहा, “चाइनीज वायरस इज लाइक अ वॉर। यह बेहद मुश्किल परिस्थिति है।”