ढाका। बांग्लादेश में रविवार को संसद के चुनाव हैं। इससे पहले वहां जमकर हिंसा हो रही है। राजधानी ढाका के पास गोलापबाग में बेनापोल एक्सप्रेस को उग्र भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। इससे ट्रेन में सवार 5 लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में कई भारतीय यात्री भी थे। ढाका समेत बांग्लादेश के तमाम शहरों में हिंसा से निपटने के लिए सेना की तैनाती की गई है। बांग्लादेश के संसदीय चुनाव को एक बार फिर जीतने के लिए पीएम शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी कोशिश में जुटी है। वहीं, विपक्ष ने चुनाव में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाकर इसका बहिष्कार किया है। इस बीच, भारत से चुनाव आयोग का एक 3 सदस्यीय दल बांग्लादेश के आम चुनाव पर नजर रखने के लिए ढाका गया है।
#WATCH | Dhaka | The CID team of Bangladesh, along with a forensic team, is gathering evidence and carrying out an investigation on the train that was set on fire by miscreants yesterday, January 5.
At least four people died aboard the intercity train, reported Reuters quoting… pic.twitter.com/hkqpvLfVWl
— ANI (@ANI) January 6, 2024
शेख हसीना लगातार 3 कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं और चौथी बार अवामी लीग को बांग्लादेश के आम चुनाव में जीत दिलाने की कोशिश में जुटी हैं। वहीं, पूर्व पीएम खालिदा जिया की प्रमुख विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी, जमात-ए-इस्लामी और उसके गठबंधन के दलों ने आम चुनावों का बहिष्कार किया है। विपक्षी दलों की मांग है कि शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा दें और तदर्थ सरकार की देखरेख में बांग्लादेश के आम चुनाव कराए जाएं। विपक्ष का कहना है कि शेख हसीना के पीएम पद पर रहते हुए उनको निष्पक्ष मतदान की कोई उम्मीद नहीं है। अवामी लीग ने विपक्षी दलों की इस मांग को ठुकरा दिया है। अवामी लीग ने दावा किया है कि लगातार चौथी बार बांग्लादेश के आम चुनाव को वो ही जीतेगी।
Visuals from Dhaka after Bangladesh Nationalist Party (BNP) – the country’s main opposition party – called a 48-hour nationwide general strike starting today.
The BNP, led by former PM Khalida Zia, is protesting against the January 7 general election and has been demanding the… pic.twitter.com/9qqjr7rva4
— Press Trust of India (@PTI_News) January 6, 2024
बता दें कि शेख हसीना को भारत का समर्थक माना जाता है। उनके पीएम रहते भारत और बांग्लादेश के बीच काफी सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं। भारत ने शेख हसीना की सरकार के दौरान रेल लिंक समेत तमाम योजनाओं में पैसा भी लगाया है। इससे पहले जब खालिदा जिया की सरकार बांग्लादेश में थी, तब भारत के साथ उसके संबंध अच्छे नहीं रहे थे। इस वजह से निश्चित तौर पर भारत भी चाहता है कि शेख हसीना की सरकार बांग्लादेश में बने। हालांकि, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर भारत हमेशा ही चिंता जताता रहा है। अब देखना ये है कि बांग्लादेश के आम चुनाव में शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी कितनी सीटें जीतती है।