नई दिल्ली विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को एक दिवसीय दौरे पर कुवैत पहुंचे, जहां उन्होंने भारत-कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए कुवैत के नेतृत्व से मुलाकात की। कुवैत में पहुंचने पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘नमस्ते कुवैत। विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या के आतिथ्य का आभार। आज कुवैती नेतृत्व के साथ अपनी वार्ता की प्रतीक्षा कर रहा हूं।’’ विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा से पहले एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि इस दौरे से दोनों देशों को राजनीतिक, व्यापारिक, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक, वाणिज्य दूतावास जैसे कई मुद्दों पर विचार-विमर्श का अवसर मिलेगा। साथ ही, भारत और कुवैत के बीच क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का भी मौका होगा।
Honoured to call on His Highness Sheikh Sabah Al-Khaled Al-Sabah Al-Hamad Al-Mubarak Al-Sabah, the Crown Prince of the State of Kuwait. Conveyed the greetings of President and Prime Minister.
🇮🇳 and 🇰🇼 share centuries-old bonds of goodwill and friendship. Our contemporary… pic.twitter.com/6yhwVKB5qA
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 18, 2024
कुवैत में लगी भीषण आग के बाद जयशंकर का दौरा
दो महीने पहले कुवैत में एक सात मंजिला इमारत में लगी भीषण आग में 45 भारतीयों की जान चली गई थी। इस घटना के करीब दो महीने बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर कुवैत की यात्रा पर पहुंचे हैं। कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में जून में लगी इस आग में कम से कम 49 विदेशी कामगारों की मौत हो गई थी और 50 अन्य घायल हो गए थे।
जयशंकर ने कहा, “कुवैत राज्य के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख सबा अल-खालिद अल-सबा अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री की शुभकामनाएं दीं।” उन्होंने आगे कहा, “भारत और कुवैत के बीच सदियों पुराना सद्भावना और मित्रता का संबंध है, और हमारी समकालीन साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। हमारे संबंधों को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि के लिए आभारी हूं।”