
नई दिल्ली। भारतीय मूल के पायलट गोपीचंद थोटाकुरा अमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस के ब्लू ओरिजिन के एनएस-25 मिशन के तहत अंतरिक्ष की सैर करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। गोपीचंद समेत टीम के सभी छह लोगों ने बीते रविवार को अंतरिक्ष की सैर की। इस दौरान गोपीचंद थोटाकुरा हाथ में तिरंगा लिए हुए नज़र आए। ब्लू ओरिजिन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसका एक वीडियो शेयर किया। वहीं गोपी ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव भी शेयर किए।
गोपीचंद ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यह अद्भुत था। अगर आपको भी इस अनुभव को महसूस करना है तो आपको इसे अपनी खुद की आंखों से देखना होगा। गोपीचंद ने कहा कि हर किसी को अंतरिक्ष की सैर करनी चाहिए। मैं अपने अनुभव को शब्दों में बता नहीं सकता। पृथ्वी को दूसरी तरफ से देखने का अनुभव बहुत ही अच्छा था। वहीं ब्लू ओरिजिन की तरफ से शेयर किए गए वीडियो में अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण बल न होने के कारण यात्रियों को हवा में तैरते हुए दिखाया गया है। सभी यात्री अपनी इस यात्रा का पूरी तरह मजा ले रहे हैं।
अंतरिक्ष यात्रियों में गोपी थोटाकुरा के अलावा अमेरिका के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुने गए 90 वर्षीय एड ड्विट भी शामिल थे। अमेरिकी वायुसेना में कैप्टन रहे एड ड्विट वही हैं जिनको 1961 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था, हालांकि किसी कारणवश वह 1963 में अंतरिक्ष में नहीं जा सके थे। इनके अतिरिक्त उद्यमी मेसन एंजेल, फ्रांस की मशहूर शराब कंपनी मोंट-ब्लैंक के संस्थापक सिल्वेन चिरोन, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और उद्यमी केनेथ एल हेस और सेवानिवृत्त लेखाकार कैरोल स्कॉलर भी अतंरिक्ष की यात्रा पर गए थे। मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले गोपीचंद थोटाकुरा भारतीय सेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं, वहीं बतौर पर्यटक अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले गोपीचंद पहले भारतीय हैं।