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Khalistan Referendum: इधर भारत आए पीएम ट्रूडो, उधर SFJ ने कनाडा में कराया खालिस्तान पर जनमत संग्रह, आतंकी पन्नू भी आया नजर

Khalistan Referendum: हैरान करने वाले बात ये है कि कनाडाई पीएम ट्रूडो के सामने प्रधानमंत्री मोदी ने खालिस्तानी चरमपंथी गतिविधियों को सख्त से उठाया था। उसी दिन खालिस्तानियों ने जनमत संग्रह निकाला। मगर वो पूरी तरह से फ्लॉप साबित रहा।

नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन का राजधानी दिल्ली में सफल आयोजन हुआ। इस समिट की कामयाबी को लेकर हर कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर रहा है। बता दें कि 9 और 10 सितंबर को प्रगति मैदान के भारत मंडपम जी 20 का आयोजन किया गया।  वहीं इस सम्मेलन में दुनियाभर के ताकतवर मुल्कों के राष्ट्राध्यक्षों ने शिरकत की। जी 20 शिखर सम्मेलन में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शामिल हुए। ट्रूडो 8 सितंबर की शाम को दिल्ली पहुंचे थे। इस समिट में हिस्सा लेने के बाद उन्हें रविवार की शाम को कनाडा वापस लौटना था। लेकिन जस्टिन ट्रूडो के विमान में टेक्निकल फॉल्ट आ गई। जिसकी वजह से उन्हें रविवार को इंडिया में ही रुकना पड़ गया। वहीं कनाडाई पीएम अनुपस्थिति में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की नापाक हरकत कर डाली।

दरअसल वैंकूवर में भारत विरोधी खालिस्तानी रेफरेंडम जनमत संग्रह करने की परमिशन दे दी गई। खास बात ये है कि खालिस्तानी आतंकवादी सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू भी इस जनमत संग्रह में मौजूद रहा। जिसका वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है आतंकी पन्नू भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को खुलेआम धमकी देता दिखा। हैरान करने वाले बात ये है कि कनाडाई पीएम ट्रूडो के सामने प्रधानमंत्री मोदी ने खालिस्तानी चरमपंथी गतिविधियों को सख्त से उठाया था। उसी दिन खालिस्तानियों ने जनमत संग्रह निकाला। मगर वो पूरी तरह से फ्लॉप साबित रहा।

खबरों के मुताबिक, 10 सितंबर को खालिस्तानी रेफरेंडम जनमत संग्रह सरे वैंकूवर में गुरु नानक सिंह गुरुद्वारा  में हुआ था। इस जनमत संग्रह में 50,000-75,000 लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी। लेकिन महज 5000-7000 लोगों की भीड़ उमड़ी। खालिस्तानियों का ये कार्यक्रम पहले कनाडा के एक सरकारी स्कूल में होने वाला था, मगर बाद में स्कूल के मैनेजमेंट की हंगामें की वजह से अनुमति नहीं दी गई।

इस जनमत संग्रह को पूरी तरह से असफल बताया जा रहा है क्योंकि अपेक्षित भीड़ नहीं जुटा सके। खालिस्तानी आतंकी पन्नू इस कार्यक्रम में एक बार फिर ‘Balkanising India’ की ओर इशारा करते हुए एक भड़काऊ भाषण दिया।