newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Myanmar: गृह मंत्रालय का सख्त निर्देश, म्यांमार से आने वाले शरणार्थी नहीं, उन्हें रोका जाए और कानूनी कार्रवाई की जाए

Myanmar: खबरों के मुताबिक, विरोध प्रदर्शनों में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में म्‍यांमार के कुछ लोग भारत में भी शरण लेने की सोच सकते हैं।ऐसे में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद शरणार्थियों की भारत में घुसपैठ की आशंका जताई जा रही है जिसके बाद भारत सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।

नई दिल्ली। म्‍यांमार (Myanmar) में सैन्‍य तख्‍तापलट के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। तख्‍तापलट को लेकर लोगों में काफी रोष दिख रहा हैं। वहीं सेना इन विरोध प्रदर्शनों पर रोक लगाने की पूरी कोशिश करने में लगी हुई है। प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने की भी कई घटनाएं भी पिछले दिनों सामने आई हैं। खबरों के मुताबिक, विरोध प्रदर्शनों में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में म्‍यांमार के कुछ लोग भारत में भी शरण लेने की सोच सकते हैं।ऐसे में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद शरणार्थियों की भारत में घुसपैठ की आशंका जताई जा रही है जिसके बाद भारत सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।

पड़ोसी देश म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक्शन में आ गई है। सीमा पर घुसपैठ की संभावना को देखते हुए गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर के चार राज्यों मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के साथ-साथ असम राइफल्स को सैन्य तख्तापलट के शिकार म्यांमार से शरणार्थियों के आगमन पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सुरक्षा भी बढ़ा दी है।आपको बता दें कि उक्त चारों राज्यों की सीमा म्यांमार से लगती है।

home ministry

एक अधिकारी ने बताया कि उपसचिव (गृह) कृष्ण मोहन उप्पू ने इन चारों राज्यों के मुख्य सचिवों और असम राइफल्स के महानिदेशक को पत्र लिखकर सभी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को सतर्क करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अवैध प्रवासियों की पहचान करने और अविलंब उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।