
ढाका। बांग्लादेश में पीएम शेख हसीना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान हिंदुओं और मंदिरों पर भी हमले किए जाने की खबर है। मीडिया की खबरों के मुताबिक इस्कॉन और मां काली के मंदिरों को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है। हिंदुओं के घरों पर भी पथराव वगैरा किया गया। बांग्लादेश की ताजा हिंसा में अब तक 100 लोगों के जान गंवाने की खबर है। इनमें एक हिंदू भी है। बांग्लादेश के पुलिस मुख्यालय के मुताबिक हिंसा में 14 पुलिसकर्मियों ने भी जान गंवाई है। इनमें से 13 की मौत सिराजगंज जिले के इनायतपुर थाने में ही हुई।
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— News18 (@CNNnews18) August 5, 2024
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा करने का आदेश दिया है, लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि जो लोग हिंसा कर रहे हैं वे छात्र नहीं, आतंकवादी हैं। शेख हसीना सरकार ने बांग्लादेश में 3 दिन के अवकाश का एलान कर पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट भी बंद किया गया है। बांग्लादेश सरकार ने हिंसा की ताजा घटनाओं के शुरू होते ही सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी रोक लगा दी थी। शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे छात्रों का साथ विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनपी भी दे रही है। प्रदर्शनकारियों के साथ रविवार को शेख हसीना की सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं का कई जगह संघर्ष हुआ।
उधर, बांग्लादेश की सेना ने फैसला किया है कि वो प्रदर्शन करने वालों पर फायरिंग नहीं करेगी। सेना प्रमुख ने ये एलान किया है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने ये भी कहा कि अगर देश में सत्ता परिवर्तन बिना लोकतांत्रिक तरीके से हुआ, तो हमारा मुल्क केन्या जैसा हो जाएगा। सेना प्रमुख के बयान और फायरिंग न करने के फैसले से साफ है कि शेख हसीना की सरकार के सभी फैसलों के पक्ष में वो नहीं हैं। इससे बांग्लादेश में हालात के अलग रंग लेने के भी आसार हैं।