
नई दिल्ली। ब्रिटेन के अलग-अलग शहरों में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने सख्त रुख इख्तियार करते हुए प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है। स्टार्मर ने कहा कि मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि इन दंगों में सीधे तौर पर शामिल या सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन झूठी बातें फैलाने में वाले लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि उनको इन दंगों में शामिल होने का पछतावा होगा। स्टार्मर ने कहा कि ये विरोध-प्रदर्शन नहीं संगठित हिंसा है और हम इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में शामिल अपराधियों को सीधे तौर पर कटघरे में खड़ा करेंगे।
I utterly condemn the far-right thuggery we have seen this weekend.
Be in no doubt: those who have participated in this violence will face the full force of the law. pic.twitter.com/uNeJtD8pCQ
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) August 4, 2024
आपको बता दें कि ब्रिटेन के साउथपोर्ट में पिछले सप्ताह स्कूली बच्चों के एक कार्यक्रम में मौजूद 17 वर्षीय किशोर ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में तीन बच्चियों की मौत हो गई जबकि पांच अन्य बच्चे बुरी तरह घायल हो गए। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई कि साउथपोर्ट में बच्चों की हत्या करने वाला कट्टरपंथी मुस्लिम प्रवासी था। यह अफवाह आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते ब्रिटेन के अलग-अलग शहरों में हिंसा भड़क गई।
सैकड़ों प्रदर्शनकारी ब्रिटेन की सड़कों पर उतर आए। पुलिस जब इनको रोकने के लिए पहुंची तो इन प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। बड़ी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ मचाई और उसके बाद आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया। प्रदर्शनकारियों के हमले में 40 पुलिसकर्मी घायल हुए जिनमें 22 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट आई है। प्रदर्शनकारियों की हिंसा को देखते हुए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और हिंसक प्रदर्शनों को रोकने तथा प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों को खुली छूट दे दी है। पीएम ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।