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इंडियन अमेरिकन गीतांजली राव के कारनामे की चौतरफा चर्चा, बनी TIME Magazine की पहली Kid of the Year

भारतीय मूल की 15 साल की अमेरिकी गीतांजलि राव (Gitanjali Rao) की हर तरफ तारीफ हो रही है। उनके कारनामे की चौतरफा चर्चा हो रही है। दरअसल, मशहूर टाइम मैगजीन (TIME Magazine) ने गीतांजलि को उनके इनोवेशन के लिए अपने कवर पेज पर जगह दी है।

नई दिल्ली। भारतीय मूल की 15 साल की अमेरिकी गीतांजलि राव (Gitanjali Rao) की हर तरफ तारीफ हो रही है। उनके कारनामे की चौतरफा चर्चा हो रही है। दरअसल, मशहूर टाइम मैगजीन (TIME Magazine) ने गीतांजलि को उनके इनोवेशन के लिए अपने कवर पेज पर जगह दी है। इसी के साथ उन्हें ‘किड ऑफ द ईयर’ (Kid of the Year) के रूप में नामित किया है। बता दें कि वह युवा वैज्ञानिक और आविष्कारक हैं।

gitanjali rao

गीतांजलि सिर्फ 15 साल की हैं। इस उम्र में उन्हें ‘किड ऑफ द ईयर’ के रूप में नामित किया जाना अपने आप में बड़ी बात है। साथ ही भारत के लिए गर्व की बात है। खास बात ये है कि उन्हें 5 हजार से ज्यादा बच्चों में से चुना गया और इसी के साथ वो किड ऑफ द ईयर बनीं। ये कारनामा उन्होंने सिर्फ 15 साल की उम्र में किया है।

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बता दें कि उन्होंने टेक्नोलोजी का इस्तेमाल कर ओपियम की लत से और साइबरबुलिंग से लोगों को निकालने में सफलता हासिल की है। उनका नया ऐप किंडली और एक क्रोम एक्सटेंशन है- जो साइबरबुलिंग का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करता है। खास बात है कि गीतांजलि ने सिर्फ 15 साल की उम्र में एक ऐसा सेंसर बनाया है, जिससे पानी में लेड यानि सीसे की मात्रा का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इसे उन्होंने बिना किसी महंगे डिवाइस का इस्तेमाल कर बनाया है। उन्होंने मोबाइल की तरह दिखने वाले डिवाइस का नाम ‘टेथिस’ रखा है।

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गौरतलब है कि टाइम ने पहली बार किड ऑफ द ईयर के लिए नॉमिनेशन मंगाए थे और इसके लिए करीब 5 हजार नॉमिनीज को चुना गया था, जिनमें से गीतांजलि  को पहला स्थान मिला। इस सम्मान से पहले भी अमेरिका में उन्हें एक और सम्मान से नवाजा जा चुका है। हाल ही में उन्हें अमेरिका का टॉप यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिला था। जो इस छोटी उम्र में मिलना बड़ी बात है।