तेहरान। आतंकी संगठन हमास के मुखिया रहे इस्माइल हनिया की हत्या के बाद अब ईरान ने कार्रवाई शुरू की है। बताया जा रहा है कि ईरान में सैन्य अफसर, वरिष्ठ खुफिया अफसर समेत 2 दर्जन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। जिस गेस्ट हाउस में इस्माइल हनिया की हत्या हुई, उसका स्टाफ भी गिरफ्तार होने वालों में शामिल है। इस्माइल हनिया की ईरान की राजधानी तेहरान के सेफ गेस्ट हाउस में बम धमाका कर हत्या की गई थी। धमाके में इस्माइल हनिया का बॉडीगार्ड भी मारा गया था। इस्माइल हनिया की हत्या कराने का शक इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद पर है। हालांकि, इजरायल ने अब तक ये नहीं कहा कि इस्माइल हनिया की हत्या उसने कराई या नहीं।
इस्माइल हनिया की बीते बुधवार को तड़के गेस्ट हाउस में बम धमाका कर हत्या की गई थी। इस्माइल हनिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आया था। इस्माइल हनिया तेहरान के उत्तर स्थित सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरा था। इस गेस्ट हाउस की काफी सुरक्षा थी। इस्माइल हनिया की सुरक्षा का जिम्मा ईरान की रिवोल्यूशनरी आर्मी गार्ड के जिम्मे थी। बावजूद इसके इस्माइल हनिया की हत्या कर दी गई। इससे ईरान सरकार बौखलाई हुई है। माना जा रहा है कि जांच में जिसे भी दोषी पाया जाएगा, उसके लिए मौत तक की सजा मुकर्रर हो सकती है।
इस्माइल हनिया की अरब देशों में कितनी धमक थी, ये इसी से पता चलता है कि कतर सरकार के संरक्षण में वो वहां की राजधानी दोहा में रहता था। इस्माइल हनिया के रिश्ते ईरान के अलावा तुर्की के राष्ट्रपति रेसिप तैयप अर्दोआं से भी थे। अर्दोआं ने हनिया की मौत के बाद इजरायल जाने वाली तुर्की की सभी फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड की विशेष खुफिया इकाई इस्माइल हनिया की हत्या की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि इस्माइल हनिया की हत्या के लिए तेहरान के गेस्ट हाउस में करीब 2 महीने पहले ही बम लगा दिया गया था। ईरान इस मामले में इसलिए भी नाराज है, क्योंकि घटना उसकी राजधानी में हुई है। इस्माइल हनिया की हत्या से ये संदेश भी गया है कि ईरान अपनी रक्षा नहीं कर सकता। इससे पहले खबर आई थी कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनेई ने सेना के साथ बैठक कर इजरायल पर सीधे हमले का आदेश दिया है। इसे देखते हुए अमेरिका अपने विमानवाहक पोत और लड़ाकू व बमवर्षक विमानों की खाड़ी इलाके में तैनाती कर रहा है। खास बात ये है कि सऊदी अरब ने इस्माइल हनिया की हत्या पर कोई बयान नहीं दिया है। जबकि, यूएई ने सिर्फ इतना कहा है कि इस घटना से इलाके में हालात और खराब हो सकते हैं। इससे लग रहा है कि ईरान के साथ सभी अरब देश नहीं हैं। हालांकि, यमन के हूती विद्रोही और लेबनान में हिजबुल्ला का साथ ईरान को मिला हुआ है।