
ढाका। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा जारी है। ताजा मामले में बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने इस्कॉन के मंदिर को निशाना बनाया और वहां आग लगाकर उसे पूरी तरह फूंक दिया। ये जानकारी भारत में इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने अपने एक्स अकाउंट पर दी है। राधारमण दास ने बताया है कि ढाका के डीएनसीसी वार्ड संख्या 54 में इस्कॉन के मंदिर में ये घटना हुई। उन्होंने बताया कि तुराग थाने के तहत धौर गांव में बने मंदिर को कट्टरपंथियों ने आग लगा दी। इससे भगवान लक्ष्मी नारायण की मूर्ति के साथ सभी चीजें जलकर राख हो गई हैं।
Another ISKCON Namhatta Centre burned down in Bangladesh. The Deities of Sri Sri Laxmi Narayan and all items inside the temple, were burned down completely 😭. The center is located in Dhaka. Early morning today, between 2-3 AM, miscreants set fire to the Shri Shri Radha Krishna… pic.twitter.com/kDPilLBWHK
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) December 7, 2024
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से ही हिंदू समुदाय के खिलाफ कट्टरपंथी हिंसा कर रहे हैं। तमाम हिंदुओं की हत्या की गई है। हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं। इसके बावजूद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का दावा है कि हिंदुओं पर हमले की खबरें प्रोपेगेंडा हैं। वहीं, अलग-अलग स्रोतों के जरिए हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की खबरें लगातार आ रही हैं। भारत ने हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा पर बांग्लादेश से चिंता भी जताई है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी 9 दिसंबर को ढाका जाने वाले हैं।

वहीं, बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस सत्ता के भूखे हैं और वो नरसंहार के जिम्मेदार हैं। शेख हसीना को 5 अगस्त 2024 को उस वक्त बांग्लादेश से जान बचाकर भागना पड़ा था, जब पीएम आवास को उग्र भीड़ ने घेर लिया था और हिंसा की जा रही थी। शेख हसीना अपनी बहन शेख रेहाना के साथ भागकर भारत आ गई थीं। अभी शेख हसीना भारत में ही हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना पर कई केस दर्ज किए हैं। साथ ही भारत से उनके प्रत्यर्पण की मांग भी मोहम्मद यूनुस ने की है।