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Israel War On Hamas: इजरायल की सेना ने गाजा में घुसकर हमास आतंकियों पर किया हमला, लेबनान पर गोलाबारी से पत्रकार ने गंवाई जान, जानिए अब तक के बड़े अपडेट

अमेरिका और ब्रिटेन समेत तमाम देश इजरायल के पक्ष में खड़े हैं। जबकि, रूस के राष्ट्रपति ने गाजा में जरूरी चीजों की आपूर्ति बंद करने को नाजी जर्मनी के जैसा कदम करार दिया है। तुर्की और सऊदी अरब समेत कई मुल्क इजरायल के विरोध में भी खड़े हैं। इससे दुनिया दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है।

यरुशलम। हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल की सेना अब जमीनी हमले करने लगी है। इजराइल की सेना के कुछ दस्ते और टैंक शुक्रवार को गाजा में दाखिल हुए और उन्होंने वहां अभियान चलाया। इलाके में इजरायली सैनिकों की गोलीबारी की खबर आ रही है। इससे साफ हो गया है कि इजरायल अब गाजा में हमास आतंकियों को पूरी तरह खत्म करने के लिए जमीन से भी हमला करने की पूरी तैयारी कर चुका है। आसमान से इजरायल के लड़ाकू विमान बम बरसा ही रहे हैं। गाजा के अलावा उत्तर में लेबनान में शह पाने वाले हिजबुल्ला आतंकियों से भी इजरायल जंग लड़ रहा है। इजरायल की सेना पर लेबनान से शुक्रवार को हिजबुल्ला आतंकियों ने हमले किए। इस पर इजरायल की सेना ने तोपों और टैंकों से लेबनान पर गोलाबारी की। इस गोलाबारी में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के एक पत्रकार की मौत हो गई। जबकि, कई अन्य घायल हो गए।

इजरायल ने पहले ही गाजा में रहने वाले नागरिकों से कहा था कि वो 24 घंटे में उत्तरी इलाका छोड़कर दक्षिणी गाजा चले जाएं। इजरायल के रक्षा विभाग ने कहा था कि आम फिलिस्तीनी नागरिकों से उनकी दुश्मनी नहीं है और उनकी जान बचाने के लिए ये आदेश दिया गया है। इजरायल ने साफ कहा है कि गाजा में उसकी सेना एक भी हमास आतंकी को जिंदा नहीं रहने देगी। इजरायल की तरफ से उत्तरी गाजा खाली करने का अल्टीमेटम देने के बाद फिलिस्तीनी नागरिकों की बड़ी संख्या ने यहां से पलायन करना शुरू कर दिया है। उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख फिलिस्तीन के नागरिक रहते हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इजरायल की हमास के खिलाफ कार्रवाई से अब तक 2.50 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। गाजा में मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 1800 हो गई है। यहां बिजली, पानी, भोजन की आपूर्ति इजरायल ने बंद कर रखी है। वहीं, इजरायल में हमास के आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या पहले ही 2000 को पार कर चुकी है।

उधर, मिस्र ने भी राफा इलाके में गाजा से लगी सीमा पूरी तरह बंद कर रखी है। जबकि, अमेरिका और ब्रिटेन समेत तमाम देश इजरायल के पक्ष में खड़े हैं। जबकि, रूस के राष्ट्रपति ने गाजा में जरूरी चीजों की आपूर्ति बंद करने को नाजी जर्मनी के जैसा कदम करार दिया है। तुर्की और सऊदी अरब समेत कई मुल्क इजरायल के विरोध में भी खड़े हैं। इससे यूक्रेन के मसले के बाद अब इजरायल और फिलिस्तीन के मुद्दे पर भी दुनिया दो हिस्सों में बंटी नजर आ रही है।