वॉशिंगटन। अमेरिका में सिलिकॉन वैली (एसवीबी) और सिग्नेचर बैंक के डूबने से दुनियाभर में हड़कंप मचा है। तमाम स्टार्टअप्स के लिए बड़ी दिक्कत होने वाली है। वहीं, इन दोनों बैंकों में पैसा जमा करने वाले भी चिंतित हैं। एसवीबी और सिग्नेचर बैंक के इन खाताधारकों को अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान से राहत मिली है। जो बाइडेन ने कहा है कि दोनों बैंकों के दिवालिया होने के जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बाइडेन ने खाताधारकों को ये कहकर बड़ी राहत दी है कि उनकी रकम सुरक्षित है और वो जब चाहें उसे निकाल सकते हैं। जो बाइडेन ने ये भी कहा है कि बड़े बैंकों की निगरानी और उनके नियमन को सख्त किया जाएगा।
बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका की जनता और अपने यहां के उद्योगों को हम बताना चाहते हैं कि बैंकों में जमा उनकी रकम सुरक्षित है। जब भी जरूरत हो, वे उस रकम को अपने खातों से निकाल सकते हैं। अमेरिका के वित्त विभाग ने भी एसवीबी और सिग्नेचर बैंक में जमा खाताधारकों की रकम के सुरक्षित होने की बात कही है। वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा है कि बैंकों को ज्यादा फंड दिया जाएगा। इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इससे पहले खबर थी कि अमेरिका की सरकार एसवीबी और सिग्नेचर बैंक को दिवालिया होने से बचाने के लिए मदद नहीं करेगी। जो बाइडेन ने इन खबरों को अपने बयान से झुठला दिया है।
दरअसल, बैंकों के खाताधारकों की मदद करने का ये प्लान ऐसे ही बाइडेन सरकार ने तैयार नहीं किया है। अगले साल अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं। अगर बाइडेन की सरकार एसवीबी और सिग्नेचर बैंक के खाताधारकों की जमा रकम डूब जाने देती, तो इससे राष्ट्रपति चुनाव में उसे बड़े मुद्दे का सामना करना पड़ता। जानकारों के मुताबिक बैंकों में रकम डूब जाने को रिपब्लिकन पार्टी मुद्दा न बना सके, इसी वजह से जो बाइडेन और उनकी सरकार ने ये फैसला किया है।