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King Charles Coronation: आज ब्रिटिश राजगद्दी पर बैठेंगे किंग चार्ल्स, यहां जानिए उनके राज्याभिषेक कार्यक्रम से जुड़ी अहम बातें

आज ब्रिटेन में किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक समारोह होगा। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद से चार्ल्स को सम्राट यानी किंग तो कहा जाता है, लेकिन आधिकारिक तौर पर आज उनको राजगद्दी सौंपी जाएगी। चार्ल्स का आज ब्रिटेन के समय के हिसाब से सुबह 11 बजे (भारतीय समय के मुताबिक शाम 4.30 बजे) राज्याभिषेक होगा।

लंदन। आज ब्रिटेन में किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक समारोह होगा। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद से चार्ल्स को सम्राट यानी किंग तो कहा जाता है, लेकिन आधिकारिक तौर पर आज उनको राजगद्दी सौंपी जाएगी। चार्ल्स का आज ब्रिटेन के समय के हिसाब से सुबह 11 बजे (भारतीय समय के मुताबिक शाम 4.30 बजे) राज्याभिषेक किया जाएगा। आर्कबिशप ऑफ कैंटरबरी उनको ताज पहनाएंगे। किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक के मौके पर 100 देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे। भारत की तरफ से उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इससे पहले उनकी मां एलिजाबेथ द्वितीय का राज्याभिषेक 2 जून 1953 को हुआ था।

charles and camilla parker
किंग चार्ल्स के साथ उनकी पत्नी कैमिला पार्कर।

किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक के साथ ही उनकी पत्नी कैमिला पार्कर को क्वीन कॉन्सोर्ट की उपाधि भी आज आधिकारिक तौर पर मिल जाएगी। चार्ल्स को वही ताज पहनाया जाएगा, जो उनकी मां और ब्रिटेन के बाकी सम्राट अपने राज्याभिषेक में पहनते आ रहे हैं। वहीं, कैमिला को आज क्वीन मैरी का ताज पहनाया जाएगा। इस ताज में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। चार्ल्स अपने राज्याभिषेक में लाल रंग की गाउन पहनेंगे। इस गाउन पर चार्ल्स के नाम के साथ REX लिखा गया है। इसका लैटिन में मतलब सम्राट होता है। चार्ल्स के राज्याभिषेक का पूरा कार्यक्रम आज से शुरू होकर 3 दिन तक चलेगा। इस दौरान शाही परिवार ने 2200 लोगों को न्योता दिया है। खास बात ये भी है कि चार्ल्स के राज्याभिषेक में हिंदू, बौद्ध, सिख और मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल होंगे। पहली बार किसी ब्रिटिश सम्राट या साम्राज्ञी के राज्याभिषेक में ऐसा होने जा रहा है। इस पूरे समारोह में 1029 करोड़ भारतीय रुपए के बराबर खर्च होने जा रहा है।

westminster abbey
इसी वेस्टमिंस्टर एबे में चार्ल्स का राज्याभिषेक आर्कबिशप ऑफ कैंटरबरी करेंगे।

चार्ल्स का राज्याभिषेक वेस्टमिंस्टर एबे में होगा। यहां साल 1066 से ही राज्याभिषेक के कार्यक्रम होते हैं। राज्याभिषेक के बाद चार्ल्स चर्च ऑफ इंग्लैंड के भी प्रमुख होंगे। वो बकिंघम पैलेस से डायमंड जुबली नाम की बग्घी में सवार होकर वेस्टमिंस्टर एबे जाएंगे। राज्याभिषेक के बाद किंग चार्ल्स और कैमिला गोल्ड स्टेट बग्घी में सवार होकर लौटेंगे। ये बग्घी साल 1830 के बाद हर राज्याभिषेक में इस्तेमाल होती है। चार्ल्स को 700 साल पुरानी कुर्सी पर बिठाया जाएगा। फिर आर्कबिशप पवित्र तेल उनके हाथों और माथे पर लगाएंगे। उनको इसके बाद शाही ग्लोब और राजदंड दिया जाएगा। फिर चार्ल्स को संत एडवर्ड का ताज पहनाया जाएगा। इसके साथ ही वो आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के नए शासक बन जाएंगे।