
नई दिल्ली। अनोखी और रहस्यों से भरी इस दुनिया में कई ऐसे राज हैं, जिन पर से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है। कई रहस्य तो ऐसे हैं जिन पर कई वर्षों तक शोध करने के बाद वैज्ञानिकों ने भी हार मान ली। कुछ घटनाएं ऐसी हैं जो न केवल हमें सोचने पर मजबूर करती हैं बल्कि हमें भीतर तक झिंझोड़ कर भी रख देती हैं। आज हम यहां एक ऐसी ही दशकों पुरानी घटना का जिक्र करने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपको यकीन नहीं होगा। करीब 50 साल से अधिक पुराना ये किस्सा आपको डरावना लग सकता है। यूनाइटेड किंगडम में एक शापित कुर्सी मौजूद है, जिस पर बैठने वाला हर शख्स अपनी मौत को दावत दे देता है। इस कुर्सी पर बैठने वाले शख्स की किसी न किसी वजह से मौत हो जाती है। दरअसल, ये कहानी नार्थ यार्कशायर के ‘थॉमस बस्बी’ नामक एक शख्स की है। उसे एक कुर्सी काफी पसंद थी, उसे उस पर किसी का भी बैठना अच्छा नहीं लगता था। एक बार थॉमस की इस कुर्सी पर उसके ससुर बैठ गए। इस पर थॉमस बस्बी को काफी गुस्सा आया और उसने उनकी हत्या कर दी। उनके इस अपराध पर थॉमस को फांसी की सजा सुनाई गई और साल 1702 में ‘उत्तर यार्कशायर’ में उन्हें फांसी की सजा दे दी गई। लेकिन फांसी के फंदे पर चढ़ने से ठीक पहले थॉमस ने श्राप दिया और कहा कि जो कोई भी इस कुर्सी पर बैठने की हिमाकत करेगा, उसकी मौत हो जाएगी। इस तरह से वो कुर्सी श्रापित हो गई।
हालांकि, लोगों ने थॉमस की इस बात को गंभीरता से नहीं लिया और उस कुर्सी पर बैठने की प्रक्रिया जारी रखी। लेकिन, समय के साथ देखा गया कि जो भी उस कुर्सी पर बैठा कुछ ही दिनों में उसकी मौत हो गई। जब सबसे पहले कुर्सी पर बैठने वाले 4 लोगों की मौत हो गई, तब लोगों को इस बात का एहसास हुआ कि कुर्सी पूरी तरह से श्रापित हो चुकी है। बाद में इस कुर्सी को एक पब में रखवा दिया गया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कुछ सैनिक इस कुर्सी पर बैठे थे। युद्ध के दौरान इन सभी सैनिकों की मौत हो गई थी। कहा जाता है कि उस कुर्सी पर बैठने वाले लगभग 63 लोगों ने अपनी जान गवाई थी।
1970 के दौर में भी कुछ ऐसी ही घटनाएं देखने को मिली थीं, जिसमें लोगों की मौत हो गई थी। ये सभी लोग उस कुर्सी पर बैठे थे। इस तरह की कई सारी घटनाएं घटने के बाद उस कुर्सी को इंग्लैंड के थर्कस म्यूजियम में 6 फुट की ऊंचाई पर टांग दिया गया और इस कुर्सी को ‘डेथ चेयर’ का नाम दे दिया गया। इस म्यूजियम की स्थापना 1975 में की गई थी। 47 साल पुराने इस स्टेडियम में टंगी इस कुर्सी को लेकर लोगों में मन में इतना डर है कि वो म्युजियम में जाकर दूर से भी उस कुर्सी को देखने की हिम्मत नहीं कर पाते हैं।