यरुशलम। फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास और लेबनान स्थित हिजबुल्ला के खिलाफ इजरायल की जंग जारी है। गाजा में हमास के आतंकी ठिकानों पर इजरायल के विमान लगातार बम बरसा रहे हैं। गाजा में एक मस्जिद को सोमवार को इजरायल के विमानों ने निशाना बनाया। इजरायल की सेना ने बताया कि हमास आतंकियों ने इस मस्जिद के नीचे सुरंग बनाया हुआ था और वहां से हमला करने की योजना बना रहे थे। वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने लेबनान स्थित हिजबुल्ला को कड़ी चेतावनी दी है। इजरायल के उत्तरी इलाके में गोलाबारी कर रहे हिजबुल्ला से नेतनयाहू ने साफ कहा है कि इजरायल पर हमला करने की उसकी गलती इस बार बहुत भारी पड़ेगी। उधर, इजरायल ने अपने दुश्मनों को खत्म करने के लिए एक विशेष बल भी बनाने का फैसला किया है।
हमास आतंकियों के सफाए के लिए इजरायल के सुरक्षा बल शिन बेट ने नए बल का नाम ‘निली’ रखा है। निली का हिब्रू भाषा में अर्थ है- अनंतकाल तक इजरायल झूठ नहीं बोलेगा। इजरायल के अखबार यरुशलम पोस्ट की खबर के अनुसार निली के जांबाज जवान हमास की एक खास यूनिट को निशाना बनाने का काम करेंगे। इजरायल पर हमला करने वाले एक-एक आतंकी को मौत के घाट उतारने का जिम्मा निली के जवानों को दिया गया है। हमास की सैन्य शाखा नुखबा की एक विशेष कमांडो यूनिट है। हमास की इसी कमांडो यूनिट के आतंकी 7 अक्टूबर को इजरायल में दाखिल हुए थे और वहां भीषण हमले किए थे। हमास के इन आतंकी हमलों के कारण इजरायल के 1400 लोगों की जान गई। इसके अलावा 4000 के करीब लोग घायल हुए। हमास के आतंकी अपने साथ 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। इनमें से अमेरिका के 2 बंधकों को हमास ने बीते दिनों रिहा किया है।
अब हमास के हमलावर कमांडो दस्ते पर धावा बोलने के लिए निली के जवान तैयार हो रहे हैं। वहीं, इजरायल की सेना का जमावड़ा गाजा के तीन तरफ हो गया है। इजरायल ने कहा है कि वो गाजा पर अब हवा से ही नहीं, जमीन और समुद्र से भी हमला करेगा और इस बार हमास का नामोनिशां मिटा दिया जाएगा। इजरायल ने गाजा में रहने वाले फिलिस्तीन के नागरिकों को दक्षिण में जाने के लिए कह दिया था। इसकी वजह से करीब 10 लाख लोग बेघर भी हुए। गाजा पर इजरायल के विमानों से बम बरसाए जाने के कारण वहां 4000 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर भी है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू का साथ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली ने दिया है। भारत ने भी इजरायल पर आतंकी हमले के खिलाफ साथ खड़े होने की बात कही थी। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि फिलिस्तीन का अलग राष्ट्र भी बनना जरूरी है।