यरुशलम। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के गाजा संबंधी आदेश पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू भड़क गए हैं। नेतनयाहू ने अदालत के इस फैसले को अपमानजनक बताया है। बेंजामिन नेतनयाहू ने कहा है कि इजरायल ने कसम खाई है कि देश की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा। इजरायल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया था और अपील की थी कि वो गाजा में इजरायल के हमलों पर रोक लगाए और नरसंहार को थामे। इसी पर नेतनयाहू ने शुक्रवार को कहा कि हर देश की तरह इजरायल को भी अपनी अखंडता की रक्षा करने का अधिकार है। फिलिस्तीनियों के नरसंहार का आरोप सरासर गलत है।
वहीं, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को न्याय की जीत बताया और कहा कि हम भी रंगभेद के शिकार थे। हम निष्क्रिय नहीं हो सकते। हम सबकी आजादी और न्याय के लिए खड़े हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की तरफ से इजरायल के खिलाफ गए आदेश में कहा गया है कि फिलिस्तीनी इलाकों में हो रही मौतों और नुकसान को कम करने के लिए इजरायल को हर संभव कोशिश करनी चाहिए। इसी पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू भड़के हैं। नेतनयाहू ने पहले ही एलान कर रखा है कि आतंकी संगठन हमास को पूरी तरह खत्म करने से पहले इजरायल गाजा में अपनी जंग को कतई नहीं रोकेगा।
बता दें कि हमास के कब्जे में अब भी इजरायल के कई बंधक हैं। इजरायल ने इन बंधकों को रिहा कराने के लिए दो बार युद्धविराम भी किया, लेकिन सभी बंधकों को रिहा कराने में नाकाम रहा है। हमास के आतंकियों ने 7 जनवरी को इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला किया था। हमास के हमले में 1400 के करीब लोगों की जान गई थी। वहीं, हजारों घायल हुए थे। जबकि, इजरायल ने जब हमास पर हमला बोला, तबसे अब तक 20000 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर आ चुकी है। इजरायल के इस हमले के खिलाफ ही दक्षिण अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया था। अब बेंजामिन नेतनयाहू के बयान से साफ है कि उनकी सरकार कोर्ट के आदेश को नहीं मानने जा रही है।