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Who Is Sachit Mehra: जानिए कौन हैं भारतीय मूल के सचित मेहरा, जिन्हें मिली जस्टिन ट्रूडो के उत्तराधिकारी को चुनने की जिम्मेदारी

Who Is Sachit Mehra: सचित मेहरा भारतीय-कनाडाई बिजनेसमैन और सामुदायिक कार्यकर्ता हैं। उनके पिता 1960 के दशक में नई दिल्ली से कनाडा जाकर बसे थे और वहां उन्होंने ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ नाम से रेस्टोरेंट्स की एक चेन शुरू की। यह चेन आज भी उनके परिवार के व्यवसाय का हिस्सा है।

नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है। ट्रूडो ने कहा है कि नए नेता के चयन तक वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। इस बीच लिबरल पार्टी के नए नेता के चुनाव की जिम्मेदारी भारतीय मूल के नेता और लिबरल पार्टी के अध्यक्ष सचित मेहरा को सौंपी गई है।

कौन हैं सचित मेहरा?

सचित मेहरा भारतीय-कनाडाई बिजनेसमैन और सामुदायिक कार्यकर्ता हैं। उनके पिता 1960 के दशक में नई दिल्ली से कनाडा जाकर बसे थे और वहां उन्होंने ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ नाम से रेस्टोरेंट्स की एक चेन शुरू की। यह चेन आज भी उनके परिवार के व्यवसाय का हिस्सा है।

सचित मेहरा विन्निपेग, मैनिटोबा से आते हैं और 1994 से फैमिली बिजनेस संभाल रहे हैं। सामुदायिक विकास में रुचि रखने वाले मेहरा 2013 से 2016 तक विन्निपेग डाउनटाउन बिजनेस के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने कई चैरिटी कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जिनमें ‘मसाला मिक्सर’ इवेंट खास रहा। इस इवेंट से विक्टोरिया जनरल हॉस्पिटल और अल्जाइमर एसोसिएशन ऑफ मैनिटोबा के लिए $75,000 से अधिक राशि जुटाई गई।

कैसा रहा है राजनीतिक सफर

सचित मेहरा ने लिबरल पार्टी से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। मई 2023 में उन्हें पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। उनकी प्रमुख जिम्मेदारियों में पार्टी की सदस्यता बढ़ाना, फंड जुटाना और पार्टी को चुनाव के लिए तैयार करना शामिल है।

Sachit mehra

 

ट्रूडो के इस्तीफे के बाद बढ़ी अहमियत

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पार्टी में सचित मेहरा की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। उन्हें लिबरल पार्टी के अगले नेता के चुनाव का जिम्मा सौंपा गया है। पार्टी के संभावित उम्मीदवारों में पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी और परिवहन मंत्री अनिता आनंद शामिल हैं।

लिबरल पार्टी के सामने चुनौतियां

लिबरल पार्टी ने पिछले तीन आम चुनावों में जीत दर्ज की है, लेकिन हाल के दिनों में पार्टी का आधार कमजोर हुआ है। कनाडा में बढ़ती महंगाई और आवास की आसमान छूती कीमतों को लेकर लोगों में असंतोष है। ऐसे में सचित मेहरा पर पार्टी को दोबारा मजबूत आधार प्रदान करने और एक प्रभावशाली नेता चुनने की जिम्मेदारी है।