नई दिल्ली। जी-20 का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होना है। इस शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत तमाम नेता हिस्सा लेने दिल्ली आ रहे हैं, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने जी-20 शिखर सम्मेलन में आने से फिलहाल मना कर दिया है। वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दिल्ली आने के बारे में संशय बना हुआ है। जी-20 शिखर सम्मेलन के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी के मुताबिक चीन की तरफ से इस बारे में लिखित जानकारी नहीं दी गई है कि शी जिनपिंग दिल्ली आएंगे या नहीं। परदेशी के मुताबिक लिखित में जानकारी मिलने पर ही जिनपिंग के हिस्सा लेने के बारे में अटकलें खत्म होंगी।
पहले पता चला था कि शी जिनपिंग अपनी जगह पीएम ली कियांग को जी-20 शिखर बैठक में भेजने वाले हैं, लेकिन इस बारे में भी अभी लिखित जानकारी चीन ने नहीं दी है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वो शी जिनपिंग के जी-20 शिखर बैठक में न आने की खबरों से निराश हैं। बाइडेन ने हालांकि कहा कि वो भारत यात्रा के लिए उत्साहित हैं। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पीएम नरेंद्र मोदी के साथ 8 सितंबर को बैठक होनी है। जी-20 की बैठक में बाइडेन के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज को भी हिस्सा लेना है।
इनके अलावा जर्मनी के चांसलर ओलोफ शोल्ज, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला डि सिल्वा और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के अलावा सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद और अन्य नेता हिस्सा लेंगे। इस शिखर बैठक में पीएम मोदी की तरफ से ब्राजील को जी-20 की अध्यक्षता दी जाएगी। यूक्रेन-रूस जंग और दुनिया में मंदी की आहट के बीच जी-20 का ये शिखर सम्मेलन बहुत अहम माना जा रहा है।