नई दिल्ली। बीते महीने में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II का निधन हो गया था। 96 साल की आयु में क्वीन एलिजाबेथ-II ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके निधन के बाद विश्वभर में शोक लहर छा गई थी। एलिजाबेथ-II का हिंदुस्तान के काफी लगाव और सम्मान भी था, इसलिए आजादी के बाद वो तीन बार इंडिया दौरे पर आई थीं। वहीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद से दुनिया के सबसे हीरे कोहिनूर को हिंदुस्तान वापस लगाने की मांग लगातार तेजी हो रही है। सोशल मीडिया इसको लेकर कई दिनों से अभियान चलाया जा रहा है। बता दें कि अंग्रेजों ने कई वर्षों तक इंडिया पर हुकूमत किया था। इस दौरान अंग्रेज भारत से कई बेशकीमती चीजें अपने साथ ले गए थे। इसके साख जानकारी दे कि 108 कैरेंट से जड़े कोहिनूर हीरा को महारानी विक्टोरिया को वर्ष 1849 में महाराजा दलीप सिंह ने दिया था और महारानी ने इसे साल 1937 पर अपने ताज पर लगाया दिया था।
भारत सरकार ने दिया ये जवाब-
महारानी एलिजाबेथ-II के निधन के बाद फिर से कोहिनूर को भारत वापिस लगाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। सबको इस बात का इंतजार है कि आखिर देश की बहुमूल्य चीज कोहिनूर हीरा कब वापस आएगा। इसी बीच कोहिनूर को लेकर भारत सरकार की तरफ से रिएक्शन सामने आया है। भारत के विदेश मंत्रालय की ने कोहिनूर हीरे पर बड़ा बयान दिया है।
We have raised the matter in the past, MEA Spox @abagchimea quotes Parliament Q&A in response to question on return of Kohinoor diamond from UK pic.twitter.com/FlCwaxpH1W
— Sidhant Sibal (@sidhant) October 14, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (MEA Spokesperson Arindam Bagchi) ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कोहिनूर हीरे को देश वापस लाने पर अपना रुख साफ किया है। उन्होंने कहा कि, पार्लियामेंट में इसका जवाब सरकार की ओर से दिया गया है। हमने यूके सरकार के सामने मुद्दा उठाते रहते हैं कि हम कोशिश करते रहेंगे और हमारे पास इसका क्या उपाय है। इसका कोई समाधान जरूर निकले।