
क्वेटा। बीते दिनों क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर बलूच लिबरेशन आर्मी यानी बीएलए ने पाकिस्तान के 200 से ज्यादा जवान मारने का दावा किया था। अब एक बार फिर बीएलए ने पाकिस्तान की सेना के जवानों को निशाना बनाया है। पाकिस्तान से मिल रही जानकारी के मुताबिक शनिवार को सेना के जवानों का काफिला क्वेटा से ताफ्तान जा रहा था। उसी दौरान बीएलए ने नोशकी में पाकिस्तान की सेना के काफिले को निशाना बनाया। क्वेटा की नोशकी से दूरी 150 किलोमीटर है। इस हमले के बारे में पाकिस्तानी सेना और बीएलए ने अलग-अलग दावे किए हैं।
Horrific Visuals: CCTV visuals of Baloch Liberation Army’s IED/Suicide attack in Noshki, Balochistan in which BLA has claimed to have killed 90 Pakistani soldiers. Officially Pakistan has claimed only 5 FC personnel killed & 12 injured. Pak as always hiding their causalities. pic.twitter.com/mXjMi6cghw
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 16, 2025
पाकिस्तान की सेना ने बताया कि नोशकी में बीएलए के हमले में उसके 7 जवान मारे गए हैं। वहीं, बीएलए का दावा है कि उसने हमला कर पाकिस्तान की सेना के 90 जवानों को मौत के घाट उतारा है। पाकिस्तान की सेना ने बीएलए के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के लिए नोशकी और आसपास लड़ाकू हेलीकॉप्टर और ड्रोन की तैनाती की है। पाकिस्तान की सेना के जिस काफिले पर हमला हुआ, उसमें 7 बसों में जवान और 2 अन्य वाहन थे। इस काफिले पर बीएलए के आत्मघाती दस्ते ने हमला किया। विस्फोटक भरे वाहन को पाकिस्तान की सेना के काफिले से टकराया गया। तेज धमाके के साथ कई वाहनों को जबरदस्त नुकसान होने की खबर है।
बलूचिस्तान के सीएम सरफराज बुग्ती ने पाकिस्तान सेना के काफिले पर बीएलए के हमले के निंदा की है। बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक करने के बाद पाकिस्तान की सेना को चेतावनी दी थी कि वो बलूचिस्तान छोड़ दे। बीएलए ने बलूचिस्तान में सीपीईसी प्रोजेक्ट पर काम करने वाले चीन के लोगों को भी इलाका छोड़ने की चेतावनी दी थी। बीएलए पहले भी पाकिस्तान की सेना और चीन के लोगों को बलूचिस्तान में निशाना बना चुका है। अब उसने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन और अब नोशकी में हमला कर साफ कर दिया है कि पाकिस्तान की सेना के खिलाफ उसका अभियान तेज होता जा रहा है। ये भी साफ है कि बीएलए के विद्रोहियों को अपनी जान तक की फिक्र नहीं है। बीएलए की मांग है कि बलूचिस्तान से पाकिस्तान अपना अवैध कब्जा खत्म करे। बीएलए लगातार आरोप लगाता है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना बलूचिस्तान से खनिज और कच्चा तेल निकालती है और यहां के नागरिकों पर जमकर अत्याचार किया जाता है।