मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बुधवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में माना कि यूक्रेन के खिलाफ लंबा युद्ध चलने की उनको उम्मीद नहीं थी। पुतिन ने हालांकि ये साफ कर दिया कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई लंबे वक्त तक चलेगी। पुतिन ने ये भी कहा कि वो परमाणु हथियारों के खतरों को जानते हैं, लेकिन हालात कुछ भी बन सकते हैं। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश अपने हितों की रक्षा के लिए कड़ा फैसला लेने से भी पीछे नहीं हटने वाला है। उन्होंने बताया कि रूस और बेलारूस ने नया सुरक्षा समझौता किया है। इसके बाद बेलारूस की सेना और हथियार यूक्रेन की तरफ जा रहे हैं। रूस के जवान पहले से ही बेलारूस में हैं। पुतिन ने ये भी कहा कि हमने 3 लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात करने का फैसला किया था। इसके अलावा अन्य सैन्य तैनाती फिलहाल नहीं होगी।
☢️⚛️??????Putin:”On the likelihood of a nuclear war.Such a threat is growing, what a sin to conceal! About the fact that Russia will not use nuclear weapons first under any circumstances.We are not crazy, we are aware of what nuclear weapons are.” pic.twitter.com/Jk4R5RcUty
— AZ ???? (@AZgeopolitics) December 7, 2022
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम पहले ही बातचीत से इस मसले का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश करते रहे, लेकिन उससे समस्या का समाधान नहीं हुआ। उसके बाद ही हमने उपलब्ध अन्य साधनों के इस्तेमाल का फैसला किया। पुतिन ने साफ कर दिया कि अभी यूक्रेन से किसी तरह की शांतिवार्ता करने का उनका कोई इरादा नहीं है। साथ ही इस मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात भी वो नहीं करने जा रहे हैं। पुतिन के बयान से ये भी साफ है कि अब यूक्रेन पर बेलारूस के रास्ते भी हमला होने जा रहा है। इससे जंग बड़ा रूप अख्तियार कर सकती है।
हाल के दिनों में यूक्रेन ने रूस के फाइटर एयरक्राफ्ट बेस पर हमले किए हैं। रूस ने यूक्रेन में 1.5 लाख जवान तैनात कर रखे हैं। इनमें से 77000 हमलावर मुद्रा में हैं। पुतिन ने अपने देशवासियों को बताया कि पश्चिम देशों ने रूस के खिलाफ हर तरह का अभियान छेड़ रखा है। वे रूस में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात भी इसी दुष्प्रचार के तहत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सारे विरोधियों को रूस सिर्फ इतना कहना चाहता है कि वो अपने राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। वो इसके लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है।