नई दिल्ली। बांग्लादेश के खुलना में एक हिंदू युवक पर पैगंबर मुहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए भीड़ ने हमला कर दिया। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, युवक का नाम उत्सब मंडल है, जो खुलना के एक कॉलेज का छात्र है। यह घटना बुधवार रात की है, जब मस्जिद के लाउडस्पीकर से युवक की मौत की झूठी घोषणा कर दी गई थी। हालांकि, पुलिस ने गुरुवार सुबह इस घोषणा को गलत ठहराते हुए कहा कि उत्सब मंडल अभी जिंदा है और उसका इलाज चल रहा है।
सोशल मीडिया पोस्ट से मचा हंगामा
रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्सब मंडल पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर पैगंबर मुहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के बाद लोगों में गुस्सा भड़क उठा और कई छात्रों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जैसे ही यह खबर फैली, भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। स्थिति गंभीर होने पर सेना को भी मौके पर बुलाना पड़ा।
सेना और पुलिस की मौजूदगी में हमला
सेना और पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उग्र भीड़ ने पुलिस स्टेशन के अंदर घुसकर उत्सब पर हमला किया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन मामला तब और बढ़ गया जब मस्जिद के लाउडस्पीकर से उत्सब की मौत की खबर फैला दी गई। पुलिस ने बाद में बताया कि यह घोषणा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए की गई थी, क्योंकि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही थी।
उत्सब मंडल की स्थिति और पुलिस की प्रतिक्रिया
उत्सब मंडल फिलहाल पुलिस सुरक्षा में है और उसका इलाज जारी है। पुलिस ने कहा है कि उत्सब के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने बांग्लादेश में धार्मिक असहिष्णुता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।