
ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर भारत और अमेरिका समेत कई देशों का दबाव आखिर काम आ गया है। खबरों के मुताबिक बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले रोकने और उनकी सुरक्षा का आदेश दिया है। मोहम्मद यूनुस ने बीते दिनों बांग्लादेश के सुरक्षा प्रमुखों के साथ बैठक में ये आदेश दिया। मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अगर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा न हुई, तो दुनियाभर में उसकी छवि खराब होने से नुकसान पहुंचेगा। खबरों के मुताबिक मोहम्मद यूनुस ने उच्चस्तरीय बैठक में कानून और व्यवस्था की हालत की समीक्षा की। उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कमान बनाने के भी आदेश दिए। ये कमान पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल बनाए रखेगा।
खबरों के मुताबिक बैठक में मोहम्मद यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अगर हमले और अत्याचार न रुके, तो दुनियाभर में उसकी थू-थू होगी। उन्होंने सुरक्षा प्रमुखों से कहा कि हर नागरिक के अधिकार की सुरक्षा और अल्पसंख्यकों पर हमले रोकने के लिए खास उपाय करें। इस बैठक में बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी, यूनुस के विशेष सहायक खुदाबख्श चौधरी, गृह सचिव, पुलिस प्रमुख और अन्य सुरक्षा बलों व एजेंसियों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया। बता दें कि बांग्लादेश में पीएम शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं, बौद्ध और ईसाइयों पर हमले होने लगे थे। कई अल्पसंख्यकों की मौत हुई थी। महिलाओं से रेप की घटनाएं भी सामने आई थीं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने इन घटनाओं के बारे में कहा था कि ये प्रोपागेंडा है, लेकिन बाद में उनकी सरकार ने माना कि हमले हुए हैं और 70 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। भारत ने इन हमलों पर चिंता जताते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी को बांग्लादेश सरकार से बात करने भी भेजा था। वहीं, बीते दिनों डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद वहां की सरकार ने बांग्लादेश को सभी आर्थिक मदद रोकने का एलान किया था। माना जा रहा है कि चौतरफा दबाव के बाद मोहम्मद यूनुस सरकार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा चाक-चौबंद करने का फैसला किया है।