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Allegation: गरीबों-पीड़ितों की भलाई नहीं करती थीं मदर टेरेसा! डॉक्युमेंट्री में साथ काम करने वालों ने खोले भेद

मदर टेरेसा के बारे में दावा किया गया है कि उन्होंने कैथोलिक चर्चों की ज्यादतियों पर पर्दा डाला। साथ ही गरीबी और दर्द उन्हें अच्छा लगता था। ये सारे दावे ‘मदर टेरेसाः फॉर द लव ऑफ गॉड’ नाम की तीन पार्टी की डॉक्यूमेंट्री में किए गए हैं।

लंदन। मदर टेरेसा दुनियाभर में प्रसिद्ध रही हैं। पोप ने उन्हें गरीबों की सेवा करने के लिए संत का दर्जा भी दिया था, लेकिन अब उनकी जिंदगी के एक काले पक्ष की बात भी कही जा रही है। नोबल पुरस्कार और भारत रत्न से सम्मानित मदर टेरेसा के बारे में दावा किया गया है कि उन्होंने कैथोलिक चर्चों की ज्यादतियों पर पर्दा डाला। साथ ही गरीबी और दर्द उन्हें अच्छा लगता था। ये सारे दावे ‘मदर टेरेसाः फॉर द लव ऑफ गॉड’ नाम की तीन पार्ट की डॉक्यूमेंट्री में किए गए हैं। इससे आने वाले दिनों में नया बखेड़ा खड़ा होने के आसार हैं। बता दें कि बीते दिनों ही मोदी सरकार ने मदर टेरेसा के संस्थान ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ पर विदेशों से चंदा लेने के मामले में रोक लगा दी थी। संस्थान का एफसीआरए लाइसेंस रद्द किया गया था। इसके अलावा मदर टेरेसा के संस्थान पर पहले बच्चों को बेचने का आरोप भी लग चुका है।

mother teresa 1

मदर टेरेसा के बारे में डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि दुनिया के तमाम देशों के राष्ट्रपतियों से उनकी दोस्ती थी। उन्होंने अनाथालय बनवाए और कैदियों को जेल से रिहा कराया, लेकिन वो गरीबी और पीड़ा से परेशान लोगों को बचाने और मदद करने की जगह इन्हें ऐसा ही रखना चाहती थीं। इसके पीछे तर्क ये दिया गया है कि मदर टेरेसा मानती थीं कि प्रभु यीशु मसीह भी गरीब थे। डॉक्युमेंट्री में ब्रिटिश डॉक्टर जैक प्रेगर का हवाला दिया गया है। जैक ने कहा है कि मदर के संस्थानों में नर्स ठीक से मरीजों की देखभाल नहीं करती थीं। मरीजों को एक ही सिरींज से कई बार दवा दी जाती थी। आग से झुलसी एक महिला को पेनकिलर तक देने से मना कर दिया गया था।

mother teresa 2

जैक के मुताबिक मदर टेरेसा के पास गरीबों के लिए अच्छा हॉस्पिटल बनाने का पैसा था, लेकिन उन्होंने ये नहीं बनाया। जैक ने डॉक्युमेंट्री में दावा किया है कि मदर ने उनसे कहा कि बिना इलाज के हम पीड़ा को खत्म करने के लिए प्रार्थना करेंगे। उनका कहना है कि ये पीड़ा मदर टेरेसा के काम का अभिन्न हिस्सा था। यहां तक कि उन्होंने ननों को निर्देश दिए थे कि वे खुद को चाबुक से पीटें और कांटों वाली चेन पहनें।