
नई दिल्ली। वैज्ञानिक डेविड बेकर, डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज की ओर से साल 2024 के रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की आज घोषणा की गई है। डेविड बेकर को ‘कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए’ नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वहीं डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को संयुक्त रूप से ‘प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए’ यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जाएगा। डेविड बेकर सिएटल में यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन में कार्यरत हैं जबकि डेमिस हस्साबिस और जॉन एम. जम्पर लंदन में गूगल डीपमाइंड में काम करते हैं।
“The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2024 #NobelPrize in Chemistry with one half to David Baker “for computational protein design” and the other half jointly to Demis Hassabis and John M. Jumper “for protein structure prediction,” posts @NobelPrize.… pic.twitter.com/CVjMhfNAs5
— Press Trust of India (@PTI_News) October 9, 2024
बेकर ने नए प्रकार के प्रोटीन के निर्माण की उपलब्धि हासिल की है जो कि अपने आप में एक बहुत ही महत्वपूर्ण खोज है। वहीं हसाबिस और जम्पर ने प्रोटीन की जटिल संरचनाओं की भविष्यवाणी करने की 50 साल पुरानी समस्या का हल निकालने के लिए एक एआई मॉडल विकसित किया है। इस खोज से वैज्ञानिक अब एंटीबायोटिक प्रतिरोध को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। इतना ही नहीं वैज्ञानिक अब एंजाइम की इमेज भी बना सकते हैं। इसके साथ ही अब वैज्ञानिक इस अहम खोज के जरिए प्रोटीन संरचनाओं की सटीक भविष्यवाणी कर सकते हैं। वैज्ञानिक प्रोटीन को डिजाइन कर सकते हैं, जो मानव जाति के लिए एक बड़ा लाभ वाला कदम साबित को सकता है।
इससे पहले मंगलवार को वैज्ञानिक जॉन जे. हॉपफील्ड और जेफ्री ई. हिंटन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी। जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोजों के लिए भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। जबकि सोमवार को अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल दिए जाने का ऐलान किया गया था। विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया है।