नई दिल्ली। जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने के बाद कनाडा लौटे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में एक बयान दिया था जिसके बाद से कनाडा और भारत के बीच रिश्ते में तनाव बढ़ गया है। दरअसल, ट्रूडो ने अपने बयान में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत सरकार पर लगाया था। हालांकि, बाद में भारत ने कनाडा द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीति से प्रेरित बताया। बताया जा रहा है कि चीन के दबाव में ट्रूडो ने इस तरह का बयान दिया है।
उधर, खबर है कि कनाडा में रह रहे भारतीयों को कथित पर लगातार निशाना बनाया जा रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए बीते बुधवार को भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा दिशानिर्देश जारी किया गया था। वहीं, आज भारत ने इस दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए कनाडाई नागरिकों के भारत आने पर रोक लगा दी है। भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा देने पर रोक लगा दी है। बता दें कि कनाडा में भारतीय उच्चायोग और कोंसुलेट में बीएलएस इंटरनेशनल नाम की कंपनी भारत के लिए वीजा देने का काम का करती है। बीएलएस ने अपनी सूचना में कहा कि ऑपरेशनल कारणों से भारत की वीजा सेवाएं 21 सितंबर से अगली सूचना तक बंद रहेगी। लेकिन, अब खबर है कि कनाडा के नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक का नोटिस वेबसाइट से हटने के बाद वापस बहाल कर दिया गया है। जिसके बाद से माना जा रहा है कि कनाडा बैकफुट पर आ चुका है।
#UPDATE | Ticker on the BLS International – India Visa Application Center Canada – reappears after briefly disappearing from the website. https://t.co/jfMR5wUKY0 pic.twitter.com/cqfQ58hrke
— ANI (@ANI) September 21, 2023
बता दें कि जून में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की दो बंदूकधारी बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर कनाडा में कई हिंदू विरोधी गतिविधियों में शामिल था।